Rewa MP: भाजपा के मनगवां विधायक के खिलाफ किए गए अशोभनीय और अपमानजनक भाषण का आडियो वायरल।
👉मनगवां तहसील में अधिवक्ता कक्ष निर्माण के भूमि पूजन कार्यक्रम में एसडीएम के सामने विधायक पर किया गया था अभद्र भाषा में टिप्पणी।
👉मनगवां विधायक द्वारा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष को रोकने के लगाए गए आरोप को विधायक प्रतिनिधि जगजीवन लाल तिवारी ने किया खारिज।
वीडियो में देखिए पूरी खबर 👇
रीवा। जिले में सर्वाधिक मतों से विधानसभा चुनाव जीतने वाले मनगवां विधायक इंजी नरेन्द्र प्रजापति के खिलाफ असंसदीय भाषा का प्रयोग किया गया है जिसका ऑडियो इन दिनों सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है वाइरल आडियो के बाद मनगवां विधायक प्रतिनिधि जगजीवन लाल तिवारी द्वारा बीते दिन पत्रकार वार्ता करते हुए घटना की निंदा की गई है।
इस मामले में जगजीवन लाल तिवारी ने कहा कि पूर्व स्पीकर एवं देवतालाब विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ विधायक गिरीश गौतम तहसील अधिवक्ताओं के नवीन भवन पूजन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे किंतु जिस जमीन का भूमि पूजन होना था उस भूमि पर हाई कोर्ट ने स्थगन जारी कर रखा है जो वर्तमान में भी प्रभावशाली है जिसके चलते कार्यक्रम में श्री गौतम शामिल नहीं हुए थे। लेकिन पूर्व में तय शुदा कार्यक्रम के अनुसार भूमिपूजन कार्यक्रम कराया गया इस अवसर पर मुख्य अतिथि देव तालाब विधायक और कार्यक्रम की अध्यक्षता करने वाले मनगवां विधायक इंजी नरेन्द्र प्रजापति दोनों लोगों की मौजूदगी नहीं रही।
श्री तिवारी ने कहा कि भूमिपूजन अवसर पर नगर परिषद मनगवां के उपाध्यक्ष प्रमोद उर्मलिया ने मनगवां विधायक इंजी नरेंद्र प्रजापति के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए काफी अपमानजनक भाषा का प्रयोग किए थे अनुसूचित जाति के विधायक श्री प्रजापति को सार्वजनिक मंच से अपमानित किये जाने का एक वीडियो/आडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है जो काफी निंदनीय है, विधायक प्रतिनिधि ने स्पष्ट तौर पर कहा कि मलकपुर तालाब हाई कोर्ट से स्थगन लेने वाले कोई और नहीं वल्कि नगर परिषद के उपाध्यक्ष प्रमोद उर्मलिया ही है और उन्होंने ही उसी भूमि पर स्थगन के बाद भी भूमि पूजन कार्यक्रम संपन्न कराया सबसे ताज्जुब की बात तो यह है कि इस कार्यक्रम में एसडीएम मनगवां की मौजूदगी में ही उच्च न्यायालय के आदेश और विधायक के मान-सम्मान को तार-तार किया जा रहा था।
श्री तिवारी ने कहा कि अनुसूचित जाति के विधायक को अनर्गल मनगढ़ंत एवं सार्वजनिक मंच से अपमानित करना बेहद ही सर्वनाक है इस कार्यक्रम में ऐसा लग रहा था एसडीम नौकरी कम नेतागिरी अधिक करते देखे जा रहे हैं अब मनगवां एसडीम पी एस त्रिपाठी को चाहिए कि इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो जाए और फिर नेता बनने का जो जुनून उन्हें सवार है वह करें शासन के महत्वपूर्ण पद पर बैठकर राजनीति में भागीदार होना किसी भी प्रशासनिक अधिकारी को शोभा नहीं देता।
विधायक प्रतिनिधि श्री तिवारी ने नगर परिषद के उपाध्यक्ष प्रमोद उर्मलिया के ऊपर रिकॉर्ड दस्तावेज के आधार पर आरोप लगाते हुए चुनौती दी है कि एनओसी लेकर चुनाव लड़ा उपाध्यक्ष बने दोहरा लाभ लेने का मामला हाई कोर्ट में चल रहा है नगर परिषद में सगे संबंधियों को लाभ पहुंचाने का मामला भी हाई कोर्ट में विचाराधीन है कलेक्टर रीवा द्वारा दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही न होने पर याचिका करता महेंद्र तिवारी ने हाई कोर्ट में अवमानना दायर की गई है इसके अलावा भी अन्य कई आरोप लगाए गए हैं।
श्री तिवारी ने कहा कि वाइरल आडियो में सुना जा सकता है कि किस तरह से नगर परिषद के उपाध्यक्ष द्वारा पूर्व स्पीकर गिरीश गौतम को कार्यक्रम से रोकने का आरोप मनगवां विधायक इंजी नरेंद्र प्रजापत पर लगाते हुए अभद्रता पूर्ण भाषण किया जा रहा है इस घटना की जितनी निंदा की जाए वह कम है और यह सब एसडीम पी एस त्रिपाठी की मौजूदगी में किया गया ऐसी घटना पर एसडीएम को संज्ञान लेना चाहिए और वैधानिक कार्यवाही करनी चाहिए लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ इसलिए नहीं किया कि वह खुद राजनीति से प्रेरित है।
इस मामले को लेकर सूत्र बताते है कि मनगवां विधायक इंजी नरेन्द्र प्रजापति के समर्थकों द्वारा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से मुलाकात कर शिकायत करते हुए कानूनी कार्यवाही करने की मांग की जाएगी इसके साथ ही उच्च न्यायालय के आदेश की अवमानना के खिलाफ लवकुश गुप्ता और राजकुमार गुप्ता द्वारा याचिका दायर करने की बात भी कही जा रही है।