रीवा

Rewa MP: माघ मेला के अंतिम दिनों में जागा फूड सेफ्टी दल, होटल ढाबों पर हो रही ताबड़तोड़ कार्यवाई।

रीवा: माघ मेला के अंतिम दिनों में जागा फूड सेफ्टी दल, होटल ढाबों पर हो रही ताबड़तोड़ कार्यवाई।

 

रीवा। महाकुंभ मेले के दौरान रीवा जिले से होकर प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या प्रतिदिन हजारों हजार रही है महीने भर रीवा जिले के बेला से लेकर चाकघाट तक हाइवे सड़क पर कई सैकड़ा दुकान संचालित थीं जिनमें होटल ढाबा चाय नाश्ता की दुकानें सर्वाधिक रही है लगातार सड़क पर जाम लगा होने के कारण श्रद्धालुओं को इन होटलों ढाबों और चाय नाश्ता की दुकानों की शरण लेना पड़ता था इन होटल दुकानों ढाबों में भोजन से लेकर चाय नाश्ता जैसे खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता क्या रही होगी इसका अंदाजा सामान्य तौर पर ही लगाया जा सकता है लेकिन महाकुंभ मेला के दौरान फूड सेफ्टी टीम नदारद रही श्रद्धालुओं से खाद्य और पेय पदार्थों में मनमानी कीमत वसूली गई और मिलावटी गुणवत्ता विहीन खाद्य पदार्थ बेचे गए यह भी आरोप लगता रहा दो दिन पहले जिला प्रशासन रीवा के निर्देश पर जब फूड सेफ्टी टीम जांच करने पहुंची तब कई होटल ढाबों में अनियमितता अमानक खाद्य पदार्थ मनमानी कीमत वसूलने जैसी घटनाओं का पता चला।

वाणिज्य कर और श्रम विभाग की बड़ी लापरवाही।

रीवा नेशनल हाईवे में कुंभ मेला के दौरान सैकड़ों अस्थाई और स्थाई दुकानों में करोड़ों श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया गया अमानक स्तर के खाद्य पदार्थ मनमाने दाम पर बेचे गए पूरे महीने भर कहीं भी फूड सेफ्टी टीम नजर नहीं आई इसके साथ ही यह भी देखा गया कि होटल में नाबालिक बच्चे कम कर रहे हैं श्रम विभाग भी आंख मूंद कर बैठा हुआ है और होटल और ढाबों में आज भी बाल शोषण हो रहा है करोड़ों की संख्या में रीवा जिले के विभिन्न स्थानों में श्रद्धालुओं द्वारा पंजीकृत और अपंजीकृत दोनों तरह की दुकानों से सामाग्री की खरीदी की गई सड़क किनारे दुकानों की संख्या अनगिनत रही और व्यापार भी खूब किया गया इस बीच वाणिज्य कर विभाग की टीम भी कहीं नजर नहीं आई पूरे महीने भर में अगर वाणिज्य कर विभाग काम इमानदारी से करता तो शासन को करोड़ों में राजस्व प्राप्त होता लेकिन वाणिज्य कर विभाग की टीम भी नजर नहीं आई और शासन के राजस्व का भारी नुकसान हो गया।

कार्यवाहियों से खुली पोल।

दो दिन पहले जिला प्रशासन रीवा के निर्देश पर जब फूड सेफ्टी टीम विभिन्न होटलों ढाबों दुकानों पर छापामार कार्यवाही किए तब अनियमिताओं का खुलासा हुआ मिलावटी खाद्य सामग्री बेचने के साथ ही मनमाना दाम पर खाद्य और पेय पदार्थ बेचने की जानकारी निकलकर सामने आई रीवा संभागायुक्त और जिला कलेक्टर के आदेश के बाद खाद्य विभाग और नापतौल विभाग द्वारा जांच शुरू होने से होटलों और ढाबों में व्याप्त अनियमितताओं का पर्दाफाश होना शुरू हो गया है लेकिन चर्चा यह भी है कि जहां सेटिंग है वहां टीम नहीं पहुंच रही है वसूली के लिए दलाल लगे हैं अब सवाल यह उठता है कि लग रहे आरोप यदि सही हैं तो पूरे मेला के दौरान यह टीम क्या कर रही थी।

खबर का असर।

विराट वसुंधरा समाचार पत्र द्वारा पूर्व में इस मामले को लेकर खबर चलाई गई थी और जब जांच दल होटल और ढाबों में पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू किया तब खबर की सत्यता पाई गई बड़ा सवाल यह उठता है कि भारी मात्रा में अमानक सामग्री बेचने से व्यापारी तो मालामाल हुए लेकिन श्रद्धालुओं की सेहत खराब हुई और जेब भी खाली हुई इसके साथ ही करोड़ों रुपए जो शासन को राजस्व के रूप में प्राप्त होता उसका भी भारी नुकसान हुआ वाणिज्य कर विभाग,फूड सेफ्टी टीम श्रम और नापतौल विभाग के अधिकारी केवल खानापूर्ति तक सीमित रह गए।

 

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