Mauganj news: अधिवक्ताओं ने घंटों पुलिस और प्रशासन के खिलाफ लगाए नारे!
मऊगंज. मऊगंज थाने में बीते 13 नवंबर को मऊगंज थाना प्रभारी द्वारा अधिवक्ता विपिन मिश्रा के साथ की गई अभद्रता एवं गाली गलौज को लेकर पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने थाना प्रभारी राजेश पटेल को लाइन हाजिर कर दिया था। लेकिन कुछ दिन बाद ही राजेश पटेल को फिर मऊगंज का थाना प्रभारी बना दिया गया। जिसको लेकर अधिवक्ता संघ मऊगंज ने आपत्ति जताते हुए मऊगंज थाना प्रभारी राजेश पटेल को हटाए जाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। इस दौरान घंटों प्रशासन एवं पुलिस के खिलाफ नारे लगाए जाते रहे।
अधिवक्ता संघ द्वारा ऐलान किया गया था कि अगर दो हफ्ते में राजेश पटेल को मऊगंज थाने से नहीं हटाया गया तो अधिवक्ता संघ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने धरने पर बैठेंगे। उक्त घटना की जांच का जिम्मा मऊगंज अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनुराग पांडे को सौंपा गया था लेकिन जांच पूरी होने के पहले ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मऊगंज का स्थानांतरण कर दिया गया। दो हफ्ते का समय बीत जाने के बाद अधिवक्ताओं ने पुलिस अधीक्षक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बाद में पुलिस अधीक्षक ने समझाइश दी। वहीं अधिवक्त पंकज मिश्रा का आरोप था कि कलेक्टर न्यायालय में पेसी लेने, नकल गवाही कराने जैसे मामलों में टोकन, पास लेना पड़ता है। अलग से कार्यालय कक्ष की व्यवस्था नहीं है और कलेक्टर न्यायालय की कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है। जिसपर कलेक्टर द्वारा सभी समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन दिया गया है।
लाइन हाजिर थाना प्रभारी को अधिवक्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार करने के बावजूद फिर से उसी थाने का प्रभारी बनाया गया है। अधिवक्ता संघ उनको हटाने की मांग करता है।
उमेश मिश्रा, अधिवक्ता मऊगंज
कलेक्टर न्यायालय में अधिवक्ताओं को जाने के लिए परमिशन लेना पड़ता है, यह व्यवस्था गलत है। जिससे न्याय व्यवस्था प्रभावित हो रही है। जल्द व्यवस्था में सुधार किया जाए।
हरिहर शुक्ला, अध्यक्ष अधिवक्ता संघ मऊगंज