Mauganj news:आखिर क्यों एसडीओपी की बढ़ती लोकप्रियता को हजम नहीं कर पा रही पुलिस कप्तान

Mauganj news:आखिर क्यों एसडीओपी की बढ़ती लोकप्रियता को हजम नहीं कर पा रही पुलिस कप्तान❓
मऊगंज .एसपी रसना ठाकुर के निशाने पर मऊगंज एसडीओपी शुरू से ही रही है। इसकी बजह एसडीओपी की ईमानदार कार्यशैली और उनके बेहतरीन कार्यो के लिए मिली वाहवाही तो वही एसपी के अनैतिक क्रियाकलापों से जमकर किरकिरी हो रही है।
ऐसे में मऊगंज एसडीओपी की लोकप्रियता उन्हें हजम नही हो रही है,जिन्हें उलझनों में डालने के लिए बीते दिनों अपने एक महिला संचालक के नईगढ़ी मैरिज गार्डन में उनसे दबिश दिलाने से पीछे नही रही हैं। जहां अवैध गतिविधियों की तलाश में गई पुलिस खाली हांथ लौटी है।
एसपी के अनैतिक दबाव और लगाई गई पाबंदी में कार्य करने को विवश एसडीओपी कई गम्भीर मामलों की जांच लंबित रखने को विवश हैं।
सूत्रों की माने तो एसपी की अराजक कार्यशैली से तंग आकर मऊगंज एसडीओपी ने उनसे छुटकारा पाने के लिए पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए सरकार को स्थानांतरण का आवेदन भेज दिया था।जबकि सरकार को यह समझना चाहिए कि जब उनकी सरकार में एसपी और माफिया गठजोड़ से एक विधायक असुरक्षित महसूस कर रहे है।
इसका पुख्ता सबूत सरदमन में खनन माफिया के गुर्गों ने मारने की नाकाम कोशिश की है और एसपी ने कोई कार्यवाही नही की बल्कि अपराधियों के बचाव में पुलिस द्वारा पकड़े गये असलहों को उसी रात लुटवा दिया।
इधर भाजपा विधायक द्वारा विधानसभा में पुलिस की अराजक कार्यशैली पर सवाल दागने के बाद अपराधियो के खिलाफ कार्यवाई पर लगाई पाबंदी को हटाने के साथ उन पर भरोसा जताना विवश हुई है।
सूत्रों की माने तो एसपी ने मौखिक आदेशों अनैतिक कार्यों के लिए बाध्य किया जिसका शिकार कई थाना प्रभारी हो चुके हैं जिनको बाद में मामला उलझता और खुद को घिरता देख उन्हें नोटिस व स्पष्टीकरण के द्वारा प्रताडित किया गया है।
प्रताड़ना के शिकार पुलिस कर्मियों ने इस बात की शिकायत बीजेपी विधायक से भी की है।जिसके बाद एसपी कि काली करतूतों से जुड़ा पूरा मामला प्रभारी मंत्री तक पहुंच चुका है।
मऊगंज जिले में एसपी रसना ठाकुर ने अपनी अक्षमता को प्रदर्शित करते हुए एसएसपी अनुराग पाण्डेय को माफिया के साथ सांठगांठ की छूट तो दी ही उसके साथ भाजपा विधायक के दिशा निर्देश पर काम करने बाले पुलिस कर्मियों को साजिश का शिकार बनाने की खुली छूट दे दी जिसके बाद जिले में इस कदर अपराध को बढ़ा कि उसकी गूंज राजधानी तक तब पहुंची जब शातिर अपराधी भाजपा विधायक को ही खुलेआम धमकी देने लगे हालत यह हुई कि एसपी के संरक्षण प्राप्त एएसपी के समक्ष मोहन के विधायक ने दण्डवत होकर बचा लेने की गुहार लगाई जिसके बाद भी एसपी का एएसपी की खुली छूट मिली रही जिसके बाद विधायक ने पूरा मामला जिले के प्रभारी मंत्री के समक्ष रखा एएसपी अनुराग पाण्डेय तो लूप लाइन में चले गये उन्हें जिले कि कमान नहीं मिली लेकिन अभी एसपी बची हुई हैं।ऐसे में वह कितने दिन कुर्सी पर रह पाएगी यह आने बाला वक्त ही बताएगा।