Rewa MP: अंतरराष्ट्रीय शराब माफिया होने का विधायक पर लगा आरोप विधायक के साथी ने खोला चिट्ठा।
विकास नहीं, निजी स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं सेमरिया विधायक : भागीरथी शुक्ला।
देखिए वीडियो 👇 👇
रीवा जिले की सबसे चर्चित रहने वाली सेमरिया विधानसभा क्षेत्र में एक बार फिर सियासत गरमा गई है आज सेमरिया विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेता और विधायक के सहयोगी भागीरथी शुक्ला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेमरिया विधायक अभय मिश्रा के खिलाफ भड़ास निकालते हुए कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है भागीरथी शुक्ला ने पत्रकारों से कहा कि विधायक अभय मिश्रा जनता के विकास की बजाय केवल अपने और अपने परिवार के निजी विकास में लगे हुए हैं। विधानसभा में कभी गरीब जनता की आवाज नहीं उठाते व्यक्ति विशेष के पीछे पड़े रहते हैं, उन्होंने आरोप लगाया कि अभय मिश्रा की कंपनी ‘उदित इंफ्रा’ उनके बेटों द्वारा चलाई जाती है, रोड निर्माण के दौरान 4 लोगों की जान भी चली गई और इस घटना में अपने बेटों को बचाने के लिए निर्दोष लोगों को फंसा दिया गया था।
कांग्रेस नेता भागीरथी शुक्ला ने विधायक अभय मिश्रा को “अंतरराष्ट्रीय शराब माफिया” तक कह डाला और दावा किया कि वे खुद शराब के ठेके चलाते हैं और मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ तक शराब सप्लाई करवाई गई है। उन्होंने कहा कि विधायक खुद पर लगे आरोपों से बचने के लिए उपमुख्यमंत्री और पुलिस प्रशासन पर ऊँगली उठाते हैं, जबकि सच्चाई उनके घर से शुरू होती है।
उन्होंने आगे कहा कि अभय मिश्रा जनता से मिलते नहीं हैं, उनके घर के बाहर कुत्ते बांध दिए जाते हैं ताकि कोई आम आदमी उनसे न मिल सके। वे घर में रहते हुए भी कहलवा देते हैं कि वे घर पर नहीं हैं। शुक्ला ने खुद को भी आत्मग्लानि से भरा बताते हुए कहा कि “हम भी उनके साथ थे, हमें भी पाप लगेगा, अब प्रायश्चित करेंगे।”
शुक्ला ने दावा किया कि विधायक अल्प्राजोलम जैसी नशे की दवाइयों का सेवन करते हैं और उनकी सिक्योरिटी गार्ड साथ में दवाई लेकर घूमते हैं की कब जरूरत पड़ जाये। उन्होंने आरोप लगाया कि फार्म हाउस बनवाने के नाम पर सरकारी ज़मीन पर कब्ज़ा किया गया है और वहां सरकारी ट्रांसफॉर्मर लगाया है।
भागीरथी शुक्ला ने साफ कर दिया कि अब वे क्षेत्र की जनता के साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी जॉइन करेंगे और अभय मिश्रा जैसे जनविरोधी विधायक के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे। उन्होंने मिश्रा पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाते हुए कहा, “कभी बीजेपी की तारीफ करते हैं और अगले ही दिन उसकी बुराई करते हैं – ऐसे लोगों का मानसिक संतुलन सवालों के घेरे में है।”
अब देखना दिलचस्प होगा कि सेमरिया की राजनीति में इस सियासी विस्फोट के बाद क्या भूचाल आता है और सेमरिया विधायक आगे कौन सा सियासी दांव खेलते हैं।