ईई ग्रामीण यांत्रिकी विभाग रीवा की शह पर सड़क और पुलिया निर्माण में हो रहा भ्रष्टाचार ग्रामीणों ने खोला मोर्चा बनी तनाव की स्थिति।
सड़क और पुलिया निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा रीवा जिले के हिनौती सेंदड़ा मार्ग का मामला।
कार्यपालन यंत्री टीपी गुरद्वान की मिलीभगत से घटिया सड़क और पुल का हो रहा निर्माण।
सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी ने ग्रामीणों के साथ घटिया निर्माण का किया विरोध।
विराट वसुंधरा
रीवा । जिले के गंगेव जनपद अंतर्गत आने वाली हिनौती और सेदहा पंचायत को जोड़ने वाली ग्रामीण यांत्रिकी सेवा की निर्माणाधीन लगभग 4 किलोमीटर लंबाई की डेढ़ करोड़ की लागत से बनाई जा रही सड़क पर गुणवत्ता विहीन सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। इसी सड़क मार्ग पर बनाए जा रहे दो रपटों में घटिया डस्ट और सफेद जंगल की गिट्टी के साथ निर्माण हो रहा है जिसका आसपास के ग्रामवासियों ने विरोध किया है।
भाजपा दलाल पुष्पराज सिंह नामक व्यक्ति का कारनामा।
बताया गया की भाजपा के एक कथित नेता द्वारा यह दलाली का कार्य किया जा रहा है। पूर्व विधायक पंचूलाल प्रजापति का करीबी रहा यह दलाल ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग में बैठकर दलाली करता है और कार्यपालन यंत्री टीपी गुरद्वान की मदद से अपने खास और करीबी लोगों को सड़कों का ठेका दिलवाता है। बाद में पेटी ठेकेदारी और फुलटाइम दलाली का काम करता है।
4 किमी लंबी सड़क निर्माण में हो रहा भ्रष्टाचार।
जिस सड़क निर्माण में घटिया और गुणवत्ता विहीन मैटेरियल का उपयोग किया जा रहा वह सड़क गंगेव के हिनौती मुख्य मार्ग से होते हुए गदही गौशाला वाया सेदहा पंचायत से होते हुए गुजरती है। गौरतलब है की इस सड़क निर्माण का कार्य वर्ष 2022 में प्रारंभ किया गया था जहां लीपापोती करते हुए काम को पूरा कर दिया गया था लेकिन बारिश ने घटिया निर्माण की पोल खोल दी थी जहां यह सड़क कई स्थानों पर बह गई थी। निर्माण में गड़बड़ी सामने आने के बाद शिकायतें हुई तो कार्यपालन यंत्री टीपी गुरद्वान की मिलीभगत सामने आई जिसमे टीपी गुरद्वान मिलकर लेनदेन करते हुए घटिया सड़क निर्माण का भुगतान कर चुके थे।
मशीनों से हो रहा काम फर्जी मस्टरोल में हो रहा भुगतान।
मनरेगा योजना द्वारा संचालित इस सड़क निर्माण का पूरा कार्य मशीनों और जेसीबी से किया जा रहा है और फर्जी मजदूरों के नाम पर मस्टरोल जाती किया जा रहा है। जब मजदूरों के खातों में पैसे आते हैं तो उनको धमकाकर उनसे ठेकेदार पैसे ऐंठ लेते हैं। कई मजदूरों ने इस भ्रष्टाचार की शिकायत पहले भी की है लेकिन जिला स्तर के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते उनकी सुनवाई नहीं हो रही।
पुलिया निर्माण में अमानक मटेरियल का हो रहा इस्तेमाल।
सड़क निर्माण के अतिरिक्त अब पुलिया और रपटा निर्माण में भी घटिया अमानक सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिस पुलिया को पहले एस्टीमेट में पांच कतार में पाइप लाइन डालकर बनाया जाना था उसे बदलकर 3 कतार में कर दिया गया और क्वालिटी मैटेरियल रेत सीमेंट और काली गिट्टी के स्थान पर जंगल की सफेद डस्ट और सफेद गिट्टी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इंजीनियर ने काम बंद करने दिए निर्देश।
घटिया निर्माण की शिकायत के बाद एक बार पुनः कार्यपालन यंत्री टीपी गुरद्वान मौके पर नहीं पहुंचे और अतिरिक्त उपयंत्री संदीप त्रिपाठी को भेजा गया। संदीप त्रिपाठी ने एक बार फिर घटिया कार्य को बंद करने और डस्ट घटिया मटेरियल को हटाए जाने के निर्देश दिए। बार बार उपयंत्री के मना करने के बाद भी काम को चालू रखा गया। मौके पर अभी भी घटिया मटेरियल और डस्ट देखा जा सकता है जिसका उपयोग ठेकेदार के लेबर रात में काम करते समय उपयोग करते हैं।
सूचना पर एक सिपाही के साथ पहुंची डायल 100,
काफी संख्या में एकत्रित हो चुके गांव क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों द्वारा बार बार ठेकेदार के दलालों को काम रोकने और कार्यपालन यंत्री की उपस्थिति में ही काम को करने की माग की गई लेकिन जब ठेकेदार के दलालों ने बात नही मानी और काम करते रहे तो सूचना डायल 100 को भी देनी पड़ी जिसके बाद गढ़ डायल 100 की टीम मौके पर पहुंचकर समझाइश दी। गौरतलब है की डायल 100 में मात्र एक सिपाही मौजूद था जो कुछ भी कर पाने में असमर्थ था। बीच मामला और अधिक न बिगड़े इसकी जानकारी गढ़ टी आई जानकी प्रसाद ठाकुर को भी दी गई थी लेकिन टी आई मौके पर नहीं पहुंचे जिससे स्पष्ट पता चलता है की गढ़ पुलिस भी लॉ और ऑर्डर कानून व्यवस्था की जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ती रहती है।