MP news- रीवा CMHO के सिस्टम पर बेखौफ बंगाली डॉक्टर पड़ रहा भारी सीज की गई अवैध क्लिनिक खोल स्वास्थ्य विभाग को दे रहा चुनौती।

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रीवा CMHO के सिस्टम पर बेखौफ बंगाली डॉक्टर पड़ रहा भारी सीज की गई अवैध क्लिनिक खोल स्वास्थ्य विभाग को दे रहा चुनौती।

 

विराट वसुंधरा/अनुज प्रताप सिंह
रीवा जिले के रायपुर कर्चुलियान पुरानी बाजार स्थित अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास रायपुर कर्चुलियान के सामने विगत कई वर्षों से अवैधानिक रूप से‌‌ क्लीनिक चला रहे झोलाछाप बंगाली डॉक्टर समद विश्वास की क्लीनिक को बीते सप्ताह मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला रीवा द्वारा गठित की गई जांच टीम के द्वारा विगत दिनांक 27/ 11/ 2023 को सीज कर बंद कर दिया गया था।आपको बता दें कि यह कार्यवाही उसी दरमियान हुई थी जब सीएमएचओ रीवा द्वारा गठित जांच टीम ग्राम पहाड़िया की रहने वाली महिला पिंकी साकेत के दो दांत पहाड़िया तिराहे में बरसों से अवैधानिक रूप से क्लीनिक चला रहे झोलाछाप डॉक्टर ब्रोशर विश्वास के द्वारा उखाड़ दिए गए थे जिसके कारण जबड़ा उखड़ जाने की वजह से उक्त महिला को कैंसर हो गया था और उसका इलाज जबलपुर में दुबे डेंटल हॉस्पिटल में आज भी चल रहा है जिसकी शिकायत पिंकी साकेत के पति राधा मोहन साकेत और सामाजिक कार्यकर्ता जनपद सदस्य रमाकांत त्रिपाठी नाहर द्वारा कलेक्टर रीवा और मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला रीवा को किए जाने पर जांच टीम द्वारा पहाड़िया तिराहे में स्थित क्लीनिक पर छापा मार कार्रवाई की गई थी तब मौके से झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक और घर में ताला बंद करके फरार था इसके पश्चात दूसरी छापा मार करवाई रायपुर पुरानी बाजार अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास के सामने विगत कई वर्षों से झोलाछाप बंगाली डॉक्टर समद विश्वास के क्लीनिक में की गई थी डॉक्टर एवं क्लीनिक से संबंधित दस्तावेज ना पाए जाने पर ग्रामीण जनों की उपस्थिति में स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्लीनिक सीज कर दी गई थी।

फिर खुल गई अवैध क्लिनिक।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा सीज की गई क्लीनिक को एक सप्ताह के अंदर ही बंगाली डॉक्टर द्वारा फिर से खोल ली गई है जानकारी मिलने पर हमारे प्रतिनिधि द्वारा जब पूछा गया कि आपकी क्लिनिक बंद करा दी गई थी खोलने का कोई ठोस प्रमाण है आपके पास तो सहमे हुए शब्दों में बंगाली डॉक्टर समद विश्वास के द्वारा एक पत्र दिखाते हुए बताया गया की सीएमएचओ ऑफिस से अनुमति मिल चुकी है जबकि वह पत्र सीएमएचओ आफिस रीवा के अनुमति का पत्र नहीं था बल्कि वह पत्र उक्त बंगाली डॉक्टर द्वारा अपनी सफाई में सीएमएचओ को दिए जाने जवाब था। क्लीनिक का लाइसेंस एवं एलोपैथी दवा करने की डिग्री का प्रमाण मांगा गया तो दस्तावेज दिखाने वह जवाब देने में असमर्थ रहे दूरभाष के माध्यम से सीएमएचओ कार्यालय रीवा में बात की गई तो वहां के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि क्लीनिक खोलने के लिए ऐसा कोई भी पत्र जारी नहीं हुआ है।

सिस्टम पर बड़ा सवाल।

अब सवाल यह उठता है कि बिना स्वास्थ्य विभाग के परमिशन के डॉक्टर बंगाली ने क्लीनिक खोली क्यों, क्लीनिक एवं डिग्री से संबंधित दस्तावेज क्यों नहीं दिखाए गए। यहां पर शासन प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी नियमों को ताक में रखकर सरे आम नियमों की धज्जियां उड़ाई गई है ग्राम पहड़िया तिराहे क्लीनिक के संचालक ब्रोशर विश्वास एवं रायपुर कर्चुलियान पुरानी बाजार अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास के सामने बरसों से अवैधानिक रूप से क्लीनिक का संचालन कर रहे बंगाली डॉक्टर समद विश्वास पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए इस तरह के अवैधानिक तरीके से झोलाछाप डॉक्टर सिर्फ रायपुर में ही नहीं बल्कि समूचे जिले में क्लीनिक का संचालन कर रहे हैं इनके खिलाफ शासन प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए ताकि क्षेत्र की जनता का सही इलाज हो सके।

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