Rewa News: रीवा में रिटायर फौजी ने नोटों से भरा ब्रीफकेस लेकर अफसरों के सामने पहुंचने से अधिकारियो में मची खलबली

रीवा में रिटायर फौजी ने नोटों से भरा ब्रीफकेस लेकर अफसरों के सामने पहुंचने से अधिकारियो में मची खलबली

Rewa News: मध्यप्रदेश के रीवा जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे देखकर अधिकारियो में हडकंप मच गया है क्योकि सरकारी सिस्टम की खामियों और बढ़ते भ्रष्टाचार से तंग आकर एक रिटायर्ड फौजी ने विरोध का ऐसा तरीका अपनाया कि जनसुनवाई में बैठे अधिकारियों की आंखें फटी की फटी रह गईं। ये घटना मंगलवार को रीवा कलेक्ट्रेट परिसर में हुई, जहां फौजी ने सबके सामने नोटों से भरी एक अटैची रख दी और कहा हर विभाग रिश्वत मांगता है, अब आप खुद ही बाँट लो!”

इस फौजी का नाम रामप्रसाद वर्मा बताया जा रहा है, जो सेना से रिटायर होने के बाद अपने एक ज़मीन विवाद को लेकर कई महीनों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे थे। उनकी शिकायत थी कि फाइल आगे बढ़ाने के लिए बाबू से लेकर अधिकारी तक उनसे रिश्वत की मांग कर रहे थे।

त्योंथर तहसील के मालपार गांव निवासी योगेश कुमार तिवारी सेवानिवृत्त सैनिक हैं। कलेक्ट्रेट कार्यालय(Collectorate Office) पहुंचे पीड़ित रिटायर्ड फौजी ने आरोप लगाया, “वह एक साल पहले ही रिटायर हुए हैं। पिछले 10 सालों से अपनी ही पुश्तैनी जमीन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कोई सुनवाई नहीं हुई।” रिटायर्ड आर्मी जवान योगेश तिवारी ने आरोप लगाया, ”गांव का दबंग विद्याधर शुक्ला आपराधिक प्रवृत्ति का है। उसने निजी फायदे के लिए अफसरों से सांठगांठ कर ली, जिसके बाद उसकी पुश्तैनी जमीन सरकारी जमीन में तब्दील हो गई। वह पिछले 10 सालों से अपनी जमीन के लिए संघर्ष कर रहा है।”

इसकी शिकायत कई बार अफसरों से की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीड़ित ने Collector से मांग की है कि त्योंथर तहसील के अधिकारियों के अलावा अन्य अधिकारियों की टीम बनाकर मामले की जांच कराई जाए और जमीन का सर्वे कर मामले का निपटारा किया जाए।

‘रिश्वत लिए बिना अधिकारी काम नहीं करते’

रिटायर्ड कांस्टेबल योगेश तिवारी(Retired constable Yogesh Tiwari) ने कहा, “बिना रिश्वत के अधिकारी काम नहीं करते। इसीलिए वह रिश्वत का बजट लेकर एक सूटकेस लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे हैं। उनके सूटकेस में उनकी पत्नी के सारे सोने के जेवर और उनकी जीवन भर की बचत है। वह अपनी पैतृक भूमि के लिए नहीं, बल्कि अपनी धरती मां के लिए अपनी जान कुर्बान करने को तैयार हैं। उनके लिए सूटकेस में पैसा और सोना मायने नहीं रखता।”

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