Mauganj news:पत्रकारों के आमरण अनशन के तीसरे दिन प्रशासन अभी भी अर्धनिद्रा में!
मऊगंज में आमरण अनशन पर बैठे पत्रकारों के पास पहुंचे तहसीलदार और थाना प्रभारी
मऊगंज .जिले में पत्रकारों के आंदोलन ने तीसरे दिन प्रशासन को अर्धनिंद्रा में लाकर बैठा दिया है। तहसीलदार और थाना प्रभारी राजेश पटेल आखिरकार आमरण अनशन स्थल पर पहुंचे। लेकिन ये सवाल अब भी गूंज रहा है—इतनी देर क्यों? मामला गंभीर तब हुआ जब नईगढ़ी थाना प्रभारी ने एक पत्रकार को सरेआम कलेक्ट्रेट के सामने से घसीट कर उठा लिया। जैसे ही यह खबर अन्य पत्रकारों तक पहुंची, गुस्से की लहर दौड़ गई और तत्काल आमरण अनशन की घोषणा कर दी गई। तापमान चढ़ता गया, प्रशासन शांत रहा। तीसरे दिन पत्रकारों की तबीयत बिगड़ने लगी, लेकिन तब भी कोई जिम्मेदार अधिकारी सामने नहीं आया है।सिर्फ दिखावे के लिए तहसीलदार और थानाप्रभारी को पत्रकारों के जिंदा या मरने की जानकारी लेने के लिए भेजा गया था।सवाल यही—क्या अब भी सिर्फ खानापूर्ति होगी या पत्रकारों को न्याय मिलेगा? यह केवल पत्रकारों की नहीं, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की लड़ाई है।