Rewa MP: रात के अंधेरे में चल रही थी शराब पैकारी पत्रकारों ने बनाया वीडियो तो मिली धमकी, पुलिस से पहले पहुंच गई गैंग।
रघुराजगढ़ में शराब माफियाओं का तांडव: ठेकेदार लाला राल्ही के गुर्गों ने मचाया आतंक, प्रशासन मौन।
विराट वसुंधरा
रीवा । जिले के मनगवां थाना क्षेत्र अंतर्गत मनिकवार पुलिस चौकी क्षेत्र में शराब माफियाओं का दबदबा लगातार बढ़ता जा रहा है हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि गांव-गांव, गली-गली में अवैध शराब की खुलेआम पैकारी हो रही है ताजा मामला रघुराजगढ़ का है, जहां बीती रात शराब कारोबारी लाला राल्ही के गुर्गों ने न सिर्फ अवैध शराब की सप्लाई की, बल्कि मौके पर मौजूद पत्रकारों को भी धमकाया, गनीमत रही की जहां पर यह सब कुछ हुआ उसी गांव के निवासी पत्रकार भी हैं और काफी संख्या में ग्रामीण भी एकत्रित हो गए थे ऐसी स्थिति में शराब कारोबारी के गुर्गे मारपीट करने से बचते नजर आए और पुलिस के आने से पहले ही अपनी शराब समेट कर मौके से रफू चक्कर हो गए, लोगों ने बताया कि मनिकवार चौकी क्षेत्र में 25 जगह अवैध रूप से शराब बेची जाती है गांव गांव में अआहाता नजर आता है इस मामले में जब मनगवां थाना प्रभारी निरीक्षक वर्षा सोनकर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनको इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है वीडियो भेजिए अगर कुछ भी गलत समझ में आता है एक्शन लिया जाएगा और मनिकवार चौकी पुलिस को अलर्ट किया जाएगा, मनगवां थाना क्षेत्र में अवैध कारोबार नहीं होने दिया जाएगा।
मारो नहीं कैमरा बंद कराओ।
घटना के दौरान शराब परिवहन के लिए बोलेरो एम पी 04-सीटी 0809 उपयोग में लाई गई इसके साथ ही दो दर्जन से अधिक शराब कारोबारी के गुर्गे बाइक और चार पहिया वाहनों से मौके पर पहुंचे पूरे क्षेत्र को घेरते हुए कंटेनरों को गाड़ी में भरने लगे। पत्रकारों द्वारा विरोध करने पर उन्हें बार-बार कैमरा बंद करने की धमकी दी गई। गुर्गों ने कहा “मारो नहीं, कैमरा बंद कराओ।
प्रशासन सुस्त, माफिया चुस्त।
अक्सर देखा जाता है कि जब कोई मामला शराब कारोबारी का आता है तब पुलिस के हाथ पांव फूलने लगते हैं और ऐसा यहां भी देखने को मिला शराब पैकारी की घटना की सूचना तत्काल मनिकवार चौकी को दी गई, परंतु जब तक पुलिस मौके पर पहुंची, माफिया भाग चुके थे। इससे साफ जाहिर होता है कि शराब माफिया प्रशासन से कई कदम आगे हैं, प्रशासन का सूचना तंत्र, रणनीति और फुर्ती हर मोर्चे पर माफियाओं के सामने सुस्त नजर आती है हालाकि इस मामले में थाना प्रभारी मनगवां को कोई जानकारी नहीं है उन्होंने शराब पैकारी पर लगाम लगाने की बात कही है।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि लाला राल्ही का इलाके में ऐसा खौफ बन गया है कि आम जनता की बोलने की हिम्मत नहीं है और पुलिस भी उसके खिलाफ कार्यवाही करने से बचती है। उसका शराब ठेका मनिकवार क्षेत्र में 24 घंटे अवैध तरीके से संचालित होता रहता है लोगों ने यह भी बताया कि शराब कारोबारी ने अपनी राजनीतिक पकड़ और पैसों के दम पर प्रशासन को निष्क्रिय बना दिया है।
25 स्थानों पर बिक रही अवैध शराब।
मनिकवार ठेके के अंतर्गत रघुराजगढ़ (7), उलही (5), बेल्हाई (4), हटवा (3), हिनौती (4), अहीरगांव (2), खुराहा प्लांट (3), और बेल्हा (2) समेत कुल 25 स्थानों पर अवैध शराब सप्लाई की जा रही है। इन स्थानों तक शराब पहुंचाने के लिए बेरोजगार युवाओं को चंद पैसों में झांसे में लिया जाता है। पकड़े जाने पर सजा भी उन्हीं मासूमों को भुगतनी पड़ती है, और माफिया बच निकलते हैं।
नशे के दलदल में फंस रहे लोग।
मनिकवार क्षेत्र में अपराधों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। नशे में धुत युवक, लूटपाट, चोरी और मारपीट की घटनाओं को बेखौफ होकर अंजाम देते हैं यह सब बेलगाम शराब तंत्र का ही परिणाम माना जाता है शराब कारोबारी द्वारा स्थानीय कुछ दबंगों को अपने इस काम के लिए लगाया जाता है जो अपनी गुंडागर्दी के दम पर अवैध शराब की पैकारी करवाते हैं।
किस दिशा में जा रहा समाज।
यह बात तो सही है कि शराब कारोबारी ठेके पर सरकारी तंत्र से जुड़कर वैधानिक रूप से कारोबार करते हैं लेकिन इसके लिए सरकार ने गाइडलाइन तय किया है चिन्हित स्थानों पर शराब ठेके की दुकान खोली गई है लेकिन उन दुकानों की शराब गली मोहल्ले में अवैध रूप से बचने के लिए पहुंचाई जाती है बेरोजगारी की हालत में युवा नशे के दलदल में धंसते जा रहे हैं अपराधियों और अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है यह सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि समाज के भविष्य की पुकार है।