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Rewa MP : तीन लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ हत्या का प्रकरण तब थाना परिसर से उठाई गई लाश, जानिए कैसे हुई थी गैंगवॉर।

 

Rewa MP : तीन लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ हत्या का प्रकरण तब थाना परिसर से उठाई गई लाश, जानिए कैसे हुई थी गैंगवॉर।

मऊगंज कलेक्टर और एसपी की समझाइश के बाद मामला हुआ शांत, पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया मृतक का शव।

वीडियो में देखिए पूरी खबर 👇

 

मध्यप्रदेश के मऊगंज जिले के लौर थाना अंतर्गत ग्राम पताई में बीते 20 मई 2025 की देर रात शराब कारोबारी के कर्मचारी और दूसरे पक्ष से भी कथित तौर पर नशे के कारोबारियों के बीच विवाद हुआ था जिसमें एक पक्ष के दो युवकों को गंभीर चोट लगी थी जिसमें मनोज पटेल पुत्र शिवदयाल पटेल निवासी ग्राम भगतपुरा थाना क्षेत्र लौर की बीती देर रात मौत हो गई आज सुबह मृतक युवक का शव लेकर परिजन लौर थाना पहुंचे जहां देखते ही देखते सैकड़ो लोग पुलिस के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने लगे सुबह 08 बजे तक भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात हो गया पीड़ित लोगों की मांग थी कि आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की जा रही थी आक्रोशित लोगों का धरना- प्रदर्शन सुबह 07 बजे से दोपहर तक चला मौके पर मऊगंज कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी पहुंच गए पीड़ित परिवार से बातचीत किए और उनके साथ न्याय किए जाने का आश्वासन देकर मामला शांत कराया अधिकारियों के निर्देश पर तीन लोगों के विरुद्ध लौर थाना में मामला दर्ज किया गया है।

पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया मृतक का शव।

मृतक युवक मनोज पटेल पुत्र शिवदयाल पटेल निवासी ग्राम भगतपुरा ग्राम पंचायत घोरहा की मौत के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई थी लौर थाना में सैकड़ों लोग एकत्रित होकर लौर थाना की पुलिस और मारपीट करने वाले आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने धरना प्रदर्शन कर रहे थे मौके पर पहुंचे कलेक्टर और एसपी की समझाइश के बाद मृतक के परिजन मान गए तब मृतक युवक का शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया कलेक्टर और सपा ने पूरी घटना की जांच के निर्देश दिए हैं इस मामले में अगर सही तरीके से पुलिस जांच करती है तो कहीं ना कहीं पुलिस की भी लापरवाही सामने जरूर आएगी क्योंकि लगभग डेढ़ घंटे तक गंभीर रूप से घायल युवक को थाने में रखा गया था जो सीसीटीवी कमरे में कैद भी होगा इसके अलावा जब मारपीट हो रही थी तब भी पुलिस को सूचना दी गई थी वहां भी पुलिस की भूमिका संदिग्ध बताई गई है।

ऐसे हुई घटना।

सूत्र बताते हैं कि दोनों पक्ष के लोग अवैध नशे का कारोबार करते हैं घटना 20 मई की रात नशीली कफ सिरफ की सप्लाई को लेकर विवाद हो गया दोनों पक्ष से मारपीट होने लगी इस दौरान स्थानीय तस्कर हावी पड़े और दूसरे पक्ष के तस्करों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटना शुरू कर दिए कुछ लोग अपनी जान बचाकर बोलेरो से भागने में कामयाब रहे और दो लोग जो बाइक सवार थे आरोपियों के हत्थे चढ़ गए एक युवक बैकुंठपुर थाना क्षेत्र का निवासी है जिसे कम चोट लगी थी और दूसरा मनोज पटेल भगतपुरा निवासी को सिर पैर सहित शरीर के विभिन्न हिस्सों पर चोट लगी थी जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई है हालांकि जो रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी उसके मुताबिक मनोज पटेल लाइसेंसी शराब दुकान में काम करता था रात को बाइक से उसके घर छोड़ने दूसरा युवक जा रहा था तभी पताई में तीन-चार लोगों ने रोक कर मारपीट की थी।

पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल।

घटना के दौरान डायल 100 पुलिस को सूचना दी गई थी वहां पुलिस की लापरवाही सामने आई इसके बाद जब घायल अवस्था में युवक को थाना ले जाया गया तब लगभग डेढ़ घंटे तक पीड़ित युवक मनोज पटेल को थाना में ही रखा गया था जबकि उनके सिर पर गंभीर चोट लगी थी लोगों का आरोप है कि पुलिस रिपोर्ट लिखने में भी आनाकानी कर रही थी आरोपियों में तीन लोगों का नाम बताया गया था लेकिन पुलिस ने एक को आरोपी बनाया था घायल युवक को अगर तत्काल उपचार की व्यवस्था की जाती तो उसकी जान बचाई जा सकती थी लेकिन पुलिस ने घटना की गंभीरता को नहीं समझा, इस पूरे मामले में सूत्र यह भी बताते हैं कि दूसरे पक्ष से भी पुलिस की अच्छी सेटिंग थी इसलिए जानबूझकर पुलिस मामले को दबाने के प्रयास में थी।

नशा कारोबार बन रहा घटनाओं का कारण

मऊगंज जिला आए दिन बड़ी बड़ी घटनाओं को लेकर सुर्खियों में आ जाता है बीते वर्षों में अगर नजर दौड़ाई जाए तो शराब कारोबार से जुड़े कई ऐसे अपराध है जिसमें गैंगवॉर से लेकर सड़क दुर्घटना की वारदातें शामिल हैं सूत्र बताते हैं कि मऊगंज जिले में नशा कारोबारियों की कई गैंग सकृय है शराब पैकारी नशीली कफ सिरफ और गांजा सहित अन्य नशे का कारोबार गांव गांव धड़ल्ले से चल रहा है नशा माफियाओं ने कारोबार के लिए अघोषित रूप से अपना क्षेत्र भी बना रखा है नशा कारोबारी द्वारा जब नशे की खेप खपाने के लिए एक दूसरे ‌के इलाके में दाखिल होते हैं तब अक्सर गैंगवार की घटना होती है बीते दिन हुई घटना को भी इसी तरह से माना जा रहा है।

गरीब युवक चढ़ा नशा कारोबार की भेंट।

बेरोजगारी के चलते युवक गांव-गांव में नशा के दलदल में फंसते जा रहे हैं नशा माफियाओं द्वारा गांव-गांव में नशीले पदार्थों को भेजकर एक तरफ जहां मोटी कमाई की जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ युवक नशे के दलदल में फंस कर अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं कुछ युवाओं को जब रोजगार नहीं मिलता तो घर परिवार चलाने के लिए इन्हीं नशा माफियाओं की गैंग में काम करते हैं मनोज पटेल एक गरीब किसान शिवदयाल पटेल का लड़का है अपने परिवार के भरण पोषण के लिए शराब कारोबारी के यहां नौकरी करता था जो नशा माफियाओं की गैंगवार का शिकार होकर अपनी जान गवा बैठा।

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