Rewa News: नौकर के नाम पर कार फाइनेंस कराकर दूसरे को बेचने वाली महिला ठग अब पुलिस गिरफ्त में धोखाधड़ी की ‘लेडी मास्टरमाइंड’ अरेस्ट

नौकर के नाम पर कार फाइनेंस कराकर दूसरे को बेचने वाली महिला ठग अब पुलिस गिरफ्त में
धोखाधड़ी की ‘लेडी मास्टरमाइंड’ अरेस्ट

ठगी में साथ देने वाला महिला का एक भाई जेल में, दूसरा अभी फरार

मैहर पुलिस ने अमरपाटन से आरोपी महिला ठग को पकड़ा

सतना. मैहर कोतवाली पुलिस ने एक धोखाधड़ी के मामले में आरोपी महिला पूजा मिश्रा को अमरपाटन में दबिश देकर शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है। पूजा पर अपने नौकर को अंधेरे में रखकर उसके दस्तावेजों के जरिए कार फाइनेंस कराकर दूसरे व्यक्ति को बेचने का आरोप है। इस मामले में पूजा मिश्रा और उसके दो भाई आरोपी हैं। पुलिस ने बताया कि मैहर की पुरानी बस्ती निवासी फरियादी समीर खान ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि धौरहरा निवासी पूजा मिश्रा ने अपने भाइयों विपिन तिवारी और विवेक तिवारी के साथ मिलकर 6.5 लाख रुपए में एक कार का सौदा किया था। आरोपियों ने रकम तो ले ली, लेकिन यह कहकर कार नहीं सौंपी कि फाइनेंस की किस्तें चल रही हैं। किस्त पूरी होने के बाद ही कार दी जाएगी। कुछ दिनों बाद समीर को ठगी का अहसास हुआ, जिसके बाद उसने मैहर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस की जांच में सामने

आया कि कार संजय साकेत के नाम पर फाइनेंस कराई गई थी। पुलिस ने बताया कि संजय, पूजा मिश्रा के पेट्रोल पंप पर कर्मचारी था, जिसे वह अमरपाटन में किराए पर चलाती है। आरोपियों ने संजय के दस्तावेजों का चोरी-छिपे इस्तेमाल कर कार फाइनेंस करा ली थी। मैहर पुलिस ने इस मामले में डेढ़ महीने पहले पूजा के एक भाई विपिन तिवारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। दूसरा फरार आरोपी विवेक तिवारी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस को जानकारी मिली है कि विवेक इंदौर भाग गया है और उसकी तलाश जारी है। पूजा से आगे की पूछताछ की जा रही है।

सगे भाई को साकेत बनाकर बेची थी कार
पुलिस ने बताया कि कार संजय साकेत निवासी अमरपाटन के नाम पर थी, जिसे आरोपी पूजा मिश्रा ने समीर खान को बेच दी। सौदा और लिखापढ़ी के दौरान पूजा अपने भाई विवेक तिवारी को संजय साकेत बनाकर समीर के सामने लाई थी। विवेक ने संजय साकेत के नाम से हस्ताक्षर भी किए थे। आरोपी महिला ने जिस संजय साकेत के नाम से कार खरीदी, उसने भी थाना में शिकायत की थी। उसके पास जब फाइनेंस कंपनी के बाउंसर किस्त लेने पहुंचे तब उसे पता चला कि वह एक कार का मालिक है जो उसने कभी खरीदी ही नहीं थी।

एफआइआर के 7 माह बाद गिरफ्तारी: फरियादी समीर खान की शिकायत पर मैहर कोतवाली पुलिस ने बीते साल 23 नवंबर 2024 को ही पूजा मिश्रा और उसके दो भाइयों विवेक तिवारी व विपिन तिवारी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया था। एफआईआर दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने तुरंत आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। आरोप है कि पुलिस जांच का हवाला देकर गिरफ्तारी को टालती रही। करीब पांच महीने बाद जब फरियादी ने रीवा में आईजी को इस मामले को लेकर शिकायत की, तब जाकर पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी की सुध ली। मामले का पहला आरोपी विपिन तिवारी 1 मई को गिरफ्तार किया गया था। विपिन की गिरफ्तारी के डेढ़ महीने बाद मुख्य आरोपी महिला पूजा मिश्रा पुलिस के हाथ लगी है। दूसरे फरार आरोपी विवेक की तलाश अभी भी जारी है।

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