Rewa MP: सैनिकों के परिवार पर चारित्रिक फूहड़पन की वीडियो पर बवाल सड़क पर उतरे पूर्व सैनिक।

Rewa MP: सैनिकों के परिवार पर चारित्रिक फूहड़पन की वीडियो पर बवाल सड़क पर उतरे पूर्व सैनिक।

पूर्व सैनिकों के संगठन शहीद सेवा समिति ने किया विरोध प्रदर्शन यूट्यूबर पर एफआईआर दर्ज करने की मांग।

 

देखिए वीडियो 👇

विराट वसुंधरा
रीवा। भारत की आन-बान-शान कहे जाने वाले सैनिकों और उनके परिवार पर चारित्रिक फूहड़पन का वीडियो बनाना बघेली कलाकार यूट्यूबर मनीष पटेल को भारी पड़ता नजर आ रहा है बीते दिनों वायरल हुए वीडियो को लेकर अब पूर्व सैनिक आर पार की लड़ाई के मूड में उतर आए हैं यूट्यूबर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए धरना प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन सौंपा गया है, पूर्व सैनिकों का कहना है कि इस अमर्यादित और असंवेदनशील वीडियो ने न केवल सैनिकों की गरिमा को ठेस पहुंचाई है, बल्कि राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत हर नागरिक को झकझोर कर रख दिया है।

सोमवार को विंध्य क्षेत्र के रीवा, मऊगंज और सीधी तथा सतना जिले में पूर्व सैनिकों के संगठन शहीद सेवा समिति भारत के नेतृत्व में भव्य विरोध प्रदर्शन कर प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि दो दिन में कार्यवाही नहीं हुई, तो देशभर में जनआंदोलन की ज्वाला भड़केगी बता दें कि इस समय कुकुरमुत्ते की तरह फैले कुछ यूट्यूबर क्षेत्रीय भाषाओं में अपनी कलाकारी प्रस्तुत करके सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए फुहड़पन वाले वीडियो बनाकर समाज को दूषित करने का प्रयास कर रहे हैं उनके अश्लीलता और फूहड़पन वाले वीडियो रील इनकी कमाई का जरिया बन गया है।

बीते दिनों यूट्यूबर मनीष पटेल और अमृता सिंह द्वारा जारी वीडियो में यह भ्रामक और घृणित चित्रण किया गया कि सैनिक जब देश की रक्षा में सीमा पर होते हैं, तो उनकी पत्नियाँ पर पुरुषों के साथ नाजायज़ संबंध रखती हैं और पार्टी करती हैं यह दृश्य न केवल नैतिकता का पतन दर्शाता है, बल्कि सैनिकों के बलिदान और भारतीय संस्कृति पर सीधा आघात है पूर्व सैनिकों का कहना है कि ऐसी मानसिकता को राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में रखा जाना चाहिए।

इस मामले में शहीद सेवा समिति द्वारा शासन प्रशासन को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है कि मनीष पटेल के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया जाए संगठन के राष्ट्रीय सचिव यज्ञ प्रताप सिंह और राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह के नेतृत्व में समिति का प्रतिनिधिमंडल रीवा पुलिस अधीक्षक से मिला और तीन प्रमुख माँगें रखीं हैं जिनमें।
1. आरोपियों पर आईटी एक्ट और आईपीसी की कठोर धाराओं में एफआईआर दर्ज हो।
2. उनका यूट्यूब चैनल तत्काल प्रतिबंधित किया जाए और मामला साइबर क्राइम शाखा को सौंपा जाए।
3. ऐसे राष्ट्रविरोधी कृत्यों पर भविष्य में रोक लगे, इसके लिए उदाहरणात्मक कठोर सजा दी जाए।

इनका कहना है।
यह मामला प्रथम दृष्टया सार्वजनिक शांति भंग, आईटी अधिनियम उल्लंघन और सैनिक गरिमा के अपमान से जुड़ा है पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और दोष पाए जाने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी।

विवेक सिंह
पुलिस अधीक्षक रीवा

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