रीवा

Rewa , CMHO की प्रताड़ना से तंग प्रभारी APM ने सरकार से मांगी इच्छा मृत्यु, रिश्वतखोरी भ्रष्टाचार गुण्डागर्दी का लगाया आरोप।

Rewa , CMHO की प्रताड़ना से तंग प्रभारी APM ने सरकार से मांगी इच्छा मृत्यु, रिश्वतखोरी भ्रष्टाचार गुण्डागर्दी का लगाया आरोप।

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विराट वसुंधरा
रीवा। कलेक्ट्रेट पहुंचे सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ प्रभारी एपीएम शिव शंकर तिवारी द्वारा मीडिया को बताया गया कि वह वर्तमान सीएमएचओ डॉक्टर संजीव शुक्ला से प्रताड़ित है और इच्छा मृत्यु की मांग करने कलेक्ट्रेट रीवा पहुंचे हैं उन्होंने आरोप लगाया कि जब से संजीव शुक्ला पदस्थ हुए हैं तब से लगातार उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा हैं विभागीय कार्य में गलत काम कराने के लिए दलाल सक्रिय हैं और गलत काम कराए जाने का दबाव बनाया जाता है और नाजायज़ तरीके से रिश्वत मांगी जाती है शिव शंकर तिवारी ने कहा कि उच्च न्यायालय से उन्हें स्थगन प्राप्त है बावजूद इसके विरोधाभास के चलते सीएमएचओ द्वारा शासन प्रशासन को गुमराह करके उनका स्थानांतरण अन्यत्र कराया गया निलंबन करने और टर्मिनेट करने की धमकी देकर अन्यत्र ज्वाइन कराया गया और उनका वेतन रोका गया है शिव शंकर तिवारी ने कहा कि क्रूर और भ्रष्ट सीएमएचओ से वह काफी परेशान है और अपने हक के लिए कितनी बार न्यायालय की शरण में जाए उनके पास यह सब करने के लिए पैसे नहीं है कलेक्टर रीवा को दिए गए आवेदन पत्र में प्रभारी एपीएम शिव शंकर तिवारी ने आरोप लगाया है कि

सीएमएचओ डॉ. संजीव शुक्ला उन्हें व्यक्तिगत तौर पर लगातार परेशान कर रहे हैं जबकि उन्हें माननीय उच्च
न्यायालय से लगातार दो बार स्थगन प्राप्त रहा है किन्तु
डॉ. संजीव शुक्ला स्थगन के बाद भी उन्हें पद से हटाया जाता रहा है उन्होंने कहा कि वो अल्प वेतन भोगी कर्मचारी है उसके परिवार का भरण पोषण का केवल आधार नौकरी है उनकी तीन-तीन बेटियां हैं जो शिक्षा प्राप्त कर रही हैं वेतन रोके जाने से जुलाई माह में एडमीशन कराने के लिए उनके पास आर्थिक समस्या खड़ी हो गई है दो बार न्यायालय में परिवाद दायर कर स्थगन लाया किन्तु अब न्यायालय का खर्च सहन करने में असमर्थ हैं प्रार्थी को स्थगन प्राप्त होने पर स्थानान्तरण कर दिया गया और जब मै निवेदन किया तो टरमिनेशन
एवं निलंबन की धमकी देते हुये कहा गया कि आप अपने नवीन संस्था में उपस्थित होना सुनिश्चित करें, मजबूर होकर नवीन पदस्थापना में उपस्थित भी हो गया उसके बावजूद वेतन रोक कर मेरे पूरे परिवार को परेशान कर दिया गया है जिसके कारण उनका परिवार भूखों मरने की कगार पर आ गया है।

शिवशंकर तिवारी ने आरोप लगाया है कि डॉ. संजीव शुक्ला के इस कार्यवाही के लिये उन्होंने जिले के सभी अधिकारियों से शिकायत किया किन्तु कोई भी कार्यवाही नहीं की गई उन्होंने आरोप लगाया कि डॉ. संजीव शुक्ला ने कार्यालय में कुछ दलाल पाल रखे हैं जमकर रिश्वतखोरी कर रहे हैं और उनसे भी 50,000/- रूपयों की बृजेन्द्रनाथ मिश्रा शाखा प्रभारी के द्वारा मांग की गई थी जब मांगी गई रकम वो नहीं दे पाए तब उनका स्थानान्तरण कर दिया गया जबकि म.प्र. शासन के स्थानान्तरण नीति में था कि 03 वर्ष से अधिक समय वाले कर्मचारियों का स्थानान्तरण किया जाना था और उन्हें केवल 02 वर्ष की अवधि में तीन-तीन बार हटाया गया है जो स्पष्ट तौर पर स्थानान्तरण नीति का उलंघन है।

पीड़ित कर्मचारी ने आरोप लगाया कि सीएमएचओ डॉ. संजीव शुक्ला के द्वारा कार्यालय में 15 वर्षों से एक ही स्थान / शाखा में कार्य करने वाले कई कर्मचारियों का स्थानांतरण नहीं किया गया उन्हीं सभी से कार्यालय में दलाली करवायी जा रही है। डॉ. सजीव शुक्ला कार्यालय में गुण्डे पाल रखे हैं जिनके द्वारा मुझे जान से मारने तक की धमकी दिलवा चुके हैं सीएमएचओ डॉक्टर संजीव शुक्ला की प्रताड़ना से तंग आकर वह इच्छा मृत्यु की मांग कर रहे हैं।

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