Rewa MP: युवक ने विधायक से मांगी पगार, मिली तालिबानी सजा और FIR,,
रीवा जिले का बहुचर्चित फार्म हाउस कांड की आग अभी ठंडी होने का नाम नहीं ले रही है आज 29 जुलाई को दोपहर बाद पीड़ित युवक अभिषेक तिवारी निवासी ग्राम भलुहा थाना क्षेत्र सेमरिया को न्याय दिलाने एक बार फिर जनसैलाब उमड़ पड़ा सेमरिया क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता दिवाकर द्विवेदी की अगुवाई में सैकड़ो लोग रीवा पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और पुलिस कप्तान रीवा को ज्ञापन सौंपते हुए बीते दिनों अभिषेक तिवारी पर दर्ज हुई एफआईआर को फर्जी घटना बताया है भाजपा नेताओं ने कहा कि ढेकहा तिराहा सबसे व्यस्ततम स्थान है यहां पर अशोक तिवारी नामक व्यक्ति जो सेमरिया विधायक अभय मिश्रा के कर्मचारी हैं उनके साथ मारपीट होने और अंगुली काटने की घटना बताई गई है सिविल लाइन पुलिस ने इस घटना में गंभीर धाराओं में अपराध भी पंजीबद्ध किया है और आरोपी अभिषेक तिवारी को बताया गया है जो कि सरासर अन्याय और फर्जी मुकदमा है।
पुलिस को सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि अभिषेक तिवारी को इस मामले में झूठा इसलिए फंसाया जा रहा है जिससे कि विधायक अभय मिश्रा के फार्म हाउस में अभिषेक तिवारी के साथ की गई मारपीट की घटना को दो लोगों का आपसी विवाद बताकर विधायक और फार्म हाउस की छवि को बचाया जा सके और केस को काउंटर किया जा सके जबकि सच यह है कि जहां घटना होना बताया जा रहा है वहां काफी भीड़ रहती है आसपास कहीं सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं पूरी घटना की अच्छे से जांच होनी चाहिए की क्या घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ढेकहा में घटित हुई है य नहीं।
भाजपा नेता दिवाकर द्विवेदी ने कहा कि अशोक तिवारी की अंगुली काट दी गई है उनके साथ भी हमारी संवेदनाएं हैं अगर उनके साथ अभिषेक तिवारी ने ही मारपीट और अपराधिक घटना को अंजाम दिया है तो उसे कठोर दंड दिया जाना चाहिए लेकिन अगर अभिषेक नाम सिर्फ इसलिए घसीटा जा रहा है कि अभिषेक तिवारी के साथ हुई फार्म हाउस की मारपीट का मामला दबाया जा सके तो यह ग़लत है दोनों पीड़ित लोगों को न्याय मिलना चाहिए और घटना की वास्तविक स्थिति तक पुलिस को पहुंचना चाहिए।
ज्ञात हो कि सेमरिया विधायक अभय मिश्रा के ऊपर अभिषेक तिवारी नामक उन्हीं के कर्मचारी ने यह आरोप लगाते हुए चोरहटा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है कि अभय मिश्रा और उसके अन्य साथियों ने उसके साथ इसलिए मारपीट किया है कि उसने विधायक अभय मिश्रा से अपनी वेतन मांगी थी बदले में उसे विधायक सहित अन्य लोगों द्वारा मवेशियों की तरह पीटा गया था अभिषेक तिवारी की हालात देखकर यह सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि उसको किस तरह से तालिबानी सजा दी गई है।
इस पूरे मामले में पुलिस पर भी सवाल खड़े होते हैं कि सिविल लाइन थाना में जिस युवक के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है वही युवक गंभीर हालत में शहर के दूसरे थाना चोरहटा में न्याय की गुहार लगा रहा था एक तरफ पुलिस विधायक के दबाव में मुकदमा दर्ज कर लेती है और दूसरी तरफ पीड़ित को थाने से भगा दिया जाता है।