रीवा

Rewa MP “चमड़ी उधेड़” कटी अंगुली’ के बाद “कटा पैर कांड” से घिरे विधायक सेमरिया।

Rewa MP “चमड़ी उधेड़” कटी अंगुली’ के बाद “कटा पैर कांड” से घिरे विधायक सेमरिया।

विधायक की कंपनी की लापरवाही की भेंट चढ़ गया कुशवाहा समाज का खुशहाल परिवार।

 

रीवा। जिले के ग्राम देवरा निवासी माधव प्रसाद कुशवाहा, जो अपने मासूम बच्चों और बुजुर्ग पिता का पेट पालने के लिए मजदूरी करता था, अब एक पैर से लाचार होकर घर में बैठा है। और यह सब हुआ सेमरिया विधायक अभय मिश्रा की कंपनी उदित इंफ्रा की लापरवाही से पूरा मामला बीते 23 जून से रीवा-मुकुंदपुर रोड पर विधायक की कंपनी द्वारा पुलिया निर्माण के दौरान एक लोडर ने माधव कुशवाहा को कुचल दिया। हादसा इतना भयानक था कि माधव की टांग बुरी तरह कुचल गई लोडर चालक दिलीप यादव मौके से फरार हो गया, और पीड़ित को गंभीर हालत में संजय गांधी अस्पताल पहुंचाया गया, और यहीं से शुरू होती है असली क्रूरता की कहानी जैसे ही मीडिया में खबरें चलीं, विधायक अभय मिश्रा संजय गांधी अस्पताल पहुंचे पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए हर संभव आर्थिक मदद करने का वादा किया और पीड़ित परिवार को आने वाले समय के सुनहरे भविष्य का सपना दिखाकर बड़ा छल कर लिया।

गरीब परिवार को विधायक ने दिया धोखा।

पीड़ित परिवार द्वारा बताया गया कि माधव कुशवाहा की हालत देखकर उसे नागपुर इलाज के लिए ले जाने की तैयारी थी लेकिन सेमरिया विधायक अभय मिश्रा ने भरोसा दिलाया कि यहां बेहतर इलाज होगा और इलाज का सारा खर्च मैं दूंगा तत्काल ही 25000 रुपए दिए गए और एक उदितइंफ्रा कंपनी के लेटर पैड में लिख कर दिया गया कि हर महीने₹20000 युवक के स्वस्थ होने तक महीने की 15 तारीख से पहले पीड़ित के अकाउंट में डाला जाएगा युवक जब ठीक हो जाएगा तब उसे कंपनी में नौकरी भी दी जाएगी यह सब जब किया जा रहा था तब पीड़ित परिवार को ऐसा लग रहा था कि अभय मिश्रा उनके लिए फरिश्ता बनकर आए हैं लेकिन जो लेटर पैड में लिखा गया वहां भी शातिराना अंदाज में 23 जून 2025 की जगह 23 जून 2015 डेट डाली गई जिससे कि भविष्य में लेख और पत्र को फर्जी साबित किया जा सके विधायक के आश्वासन और मिले आर्थिक सहयोग से माधव कुशवाहा के परिजन रीवा में ही इलाज करने के लिए राजी हो गए और परिणाम यह निकला की चिकित्सकों की लापरवाही से उसका पैर सड़ गया।

जमीन गिरवी रख कर कराया इलाज।

इस मुसीबत की घड़ी में जब पीड़ित परिवार को ऐसा महसूस हुआ कि रीवा में उचित इलाज नहीं हो पाएगा तब परिजन पीड़ित व्यक्ति को नागपुर इलाज के लिए ले गए जहां जमीन गिरवी रख कर 5 से 6 लख रुपए खर्च करके इलाज कराया गया गरीब माधव की जिंदगी तो बच गई लेकिन टांग कट गई परिजनों ने कहा कि विधायक अभय मिश्रा ने हम लोगों को धोखा दिया उनके कहने पर हम घटना के बाद नागपुर नहीं ले गए और जब रीवा में इलाज कराने के दौरान पैर सड़ गया तब जान बचाने के लिए नागपुर ले गए जान तो बच गई लेकिन पैर कट गया।

विधायक ने परिजनों को भगाया।

विधायक अभय मिश्रा को कुशवाहा समाज के पीड़ित लोग मसीहा समझ रहे थे उन्हें विधायक द्वारा दिए गए आश्वासन और कंपनी के लेटर पैड में लिखी गई तहरीर पर पूरा भरोसा था लेकिन हुआ उसके ठीक उल्टा नागपुर इलाज कराने जाने के लिए जब पीड़ित परिवार ने फोन लगाया तो अभय मिश्रा ने फोन नहीं उठाया पीड़ित परिवार का भरोसा तब भी कायम रहा और वो विधायक के फार्म हाउस पहुंच गए जब उनकी विधायक से मुलाकात हुई तब विधायक अभय मिश्रा ने उन्हें भगा दिया।

बड़ा सवाल।

उदित इंफ्रा कंपनी की लापरवाही से टांग गवां चुका माधव कुशवाहा अब मजदूरी नहीं कर सकता उसकी पत्नी और 15 साल की बेटी, बुजुर्ग पिता का भरण पोषण कैसे होगा सवाल यह उठता है कि क्या यही “जनसेवक” का आचरण और चेहरा है-?
क्या कुशवाहा समाज के एक गरीब परिवार की ज़िंदगी यूं ही बर्बाद होनी चाहिए-?
क्या विधायक की कंपनी की लापरवाही की कीमत कोई मजदूर अपने पैर देकर चुकाए-?

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button