Rewa news, यहां बाबू और चपरासी के सहारे चल रहा आजीविका मिशन कार्यालय प्रबंधक रहते हैं नदारद।
Rewa news, यहां बाबू और चपरासी के सहारे चल रहा आजीविका मिशन कार्यालय प्रबंधक रहते हैं नदारद।
फील्ड ड्यूटी के नाम पर 80 किलोमीटर दूर अपने घर में फीलगुड करते हैं अधिकारी और कर्मचारी।
विराट वसुंधरा
रीवा । जिले के जवा तहसील अंतर्गत जवा मुख्यालय में संचालित आजीविका मिशन कार्यालय जवा के प्रबंधक पंकज पयासी की मनमानी के चलते आजीविका मिशन कार्यालय शो पीस बन कर रह गया है वहां जब भी देखा जाए तो एक बाबू और एक चपरासी ही कार्यालय में बैठे मिलते है इस संबंध में जब कार्यालय में उपस्थित बाबू से आजीविका मिशन जवा के प्रबंधक एवं अन्य कर्मचारियों के बारे पूछा जाता है तो हमेशा एक ही जाबाव मिलता है कि साहब फील्ड में है फील्ड में साहब कहा है नही बताया जाता है कि कौन कर्मचारी कहा जाता है कब आता है क्षेत्र के लोगों का कहना है कि साहब कार्यालय में नहीं आते।
रीवा शहर में रहकर चलता है जवा का कार्यालय।
स्थानीय लोगों का कहना है कि फील्ड के नाम पर आजीविका मिशन जवा के प्रबंधक रीवा शहर में रहते हैं और वहीं से कार्यालय चलाया जाता है कभी कभार ही मुख्यालय जवा में नजर आते हैं और फिर फिल्ड के नाम पर जवा मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर अपने घर रीवा शहर में फीलगुड करते हैं और रीवा शहर से ही कार्यालय का संचालन करते हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों को लेना चाहिए संज्ञान।
मिली जानकारी के अनुसार उक्त कर्मचारी कार्यालय से फील्ड के लिए निकलते है और रीवा पहुंच जाते है आरोप ये भी है सभी कर्मचारीयों का रीवा से आना जाना होता है और महज एक या दो घंटे में फील्ड के लिए निकल पड़ते हैं इस समय ठंड होने के कारण दोपहर 12 से 1 बजे के बीच कार्यालय पहुचते और 3 बजे के पहले ही रीवा के लिए निकल जाते है और फिर कई दिनों तक फील्ड में ही रहे आते हैं। वरिष्ठ अधिकारियों को चाहिए कि ऐसे कर्मचारियों पर निगरानी करें और थंब अटेंडेंस की अनिवार्यता लागू की जाए जिससे जो कर्मचारी जहां है वहां नियमित ड्यूटी तो कर सके।