Rewa news, खरीदी केन्द्रो में बारदाने की कमी अव्यवस्थाओं और अपमान से अन्नदाता परेशान।
Rewa news, खरीदी केन्द्रो में बारदाने की कमी अव्यवस्थाओं और अपमान से अन्नदाता परेशान।
रीवा और मऊगंज जिले में किसानों को खरीदी केन्द्रों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है अपना अनाज की तक बारी के लिए किसान दर-दर भटक रहा है रीवा और मऊगंज जिले में कई केदो पर बरदाने की कमी देखी जा रही है जिसके कारण किसान खरीदी केन्द्रों पर अपना अनाज लेकर पहुंचते तो हैं और वापस लौट जाते हैं इस समय शासन द्वारा गेहूं सरसों मशूर चना की खरीदी की जा रही है वहीं दूसरी तरफ 10 ,15 दिन से कई खरीदी केदो में सरसों के बारदाने खरीदी केन्द्रों पर उपलब्ध नहीं है गेहूं और सरसों के बार दाने में भिन्नता होती है सरसों के बारदाने बड़े होते हैं। खरीदी केन्द्रों में अव्यवस्थाओं को लेकर किसानों द्वारा निरंतर शिकायत की जा रही है प्रति बोरी एक से डेढ़ किलो किसानों से अनाज में अधिक लिए जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ टोल के नाम पर भी राशि वसूली जा रही है इस संबंध में खरीदी केदो के नाम छापने की शर्त पर अधिकारियों द्वारा यह कहा गया कि गेहूं के बारदाने दो-तीन दिन से कम है सरसों के बारदाने अभी जो है तत्काल उपलब्ध कराया जा रहा है वारदाने की कमी के कारण किसानों को परेशानी हो रही है।
अन्नदाता की फजीहत
अन्नदाता कड़ाके की ठंड भरी बरसात और तपती धूप भीषण गर्मी में काम करते हैं तब उन्हें दो वक्त की रोटी और घर परिवार की जरूरतों को पूरा कर पाते हैं देखा जाए तो अन्नदाता कड़ाके की ठंड में फसल की बुवाई सिंचाई और सुरक्षा करते हैं तब फसल तैयार होती है कड़ाके की धूप में फसल की कटाई गहाई के बाद भीषण गर्मी में अपनी फसल बेचने के लिए ट्रैक्टर और अन्य वाहनों से भाड़े में ले जाकर खरीदी केन्द्रों तक पहुंचते हैं और जब उनके अनाज की खरीदी समय पर नहीं हो पाती तब वापस अपने अनाज सहित घर लौट जाते हैं जिसके चलते किसानों को अधिक वाहन भाड़ा देना पड़ता है खरीदी केंद्रों में पानी और छाया खरीदी केंद्र के लोगों की कृपा से अगर मिल गई तो बहुत बड़ी बात है नहीं तो वह भी व्यवस्था किसानों को खुद करनी पड़ती है।
सरकार के प्रयास पर लापरवाही पड़ रही भारी।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री किसानों को हर सुविधा उपलब्ध कराने का निरंतर प्रयास कर रहे हैं किंतु रीवा संभाग सहकारिता विभाग के अधिकारियों की लापरवाही माने या फिर ऊपर से खरीदी केन्द्रों की व्यवस्था पूर्ति न होने के कारण कई कठिनाइयां उत्पन्न हो रही वही निरंतर खरीदी केंद्रों पर जांच के नाम पर बड़े अधिकारियों द्वारा वसूली के सिलसिले जारी है तो कहीं कहीं ऐसी भी घटनाएं हो रही है जहां अन्नदाताओं को खरीदी केन्द्रों य समिति के कर्मचारियों द्वारा अपमानित और प्रताड़ित होना पड़ रहा है।
खरीदी केंद्र में अन्नदाता से हुई बदसलूकी।
अन्नदाताओं की शायद स्वतंत्र भारत के इतिहास में इससे बड़ी विडंबना क्या हो सकती है कि जब किसान अपनी फसल बेचने खरीदी केंद्र पहुंचे तो वहां उसके साथ गाली-गलौच किया जाए जबकि सरकार और मुख्यमंत्री द्वारा अन्नदाता के मान सम्मान के लिए सदैव तत्पर रहते हैं और किसानों के मान-सम्मान को ध्यान में रखते हुए सम्मानजनक व्यवहार करने का निरंतर आदेश दिया जा रहा है लेकिन बीते दिनों एक खरीदी में जब किसान से चावल का पैसा और वजन ज्यादा लेने पर आपत्ति की गई तो उसे गालियां खानी पड़ी इस घटनाक्रम के संबंध में दूरभाष पर किसान द्वारा अवगत कराया गया है लेकिन धन्य है रीवा जिले के अधिकारी जो किसान के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को रोकने का प्रयास नहीं कर रहे हैं।
बारदाने की कमी का रोना
मनगवां तहसील क्षेत्र के खरीदी केन्द्र लौरी, गढ़ में सरसों के बारदाने की कमी देखी जा रही है वहीं हिनौती केंद्र, देवास और कटरा खरीदी केंद्र में वही हालत हैं हनुमाना और नईगढ़ी में भी बार दाने की कमी बताई जा रही है जहां खरीदी केंद्र प्रभारी और किसान दोनों परेशान हैं अव्यवस्थाओं के चलते विवाद की स्थिति निर्मित हो रही हैं जबकि सरकार और जिले के वरिष्ठ अधिकारी हरहाल में खरीदी केंद्रों में बार दाने की पूर्ति का निरंतर प्रयास जारी रखे हैं किंतु पूर्ति नहीं हो पा रही है यह अव्यवस्था सहकारिता और नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों की लापरवाही माने या अन्य कारण है यह भी ज्ञात नहीं हो पा रहा है नाम न छापने की शर्त पर यह भी खरीदी केंद्रों में बताया गया कि बार दाने भेजने के नाम पर तेल पानी का खर्चा भी वसूला जा रहा है।