Rewa news, खरीदी केंद्र की जांच करने पहुंचे रीवा एडीएम सहित कई अधिकारी तो जांच में शिकायतकर्ता का उल्टा पड़ गया दांव।
रीवा जिले में इन दिनों खरीदी केंद्र समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए सुर्खियों में बने रहते हैं लेकिन लगातार इसमें व्यापक अनियमित की खबरें भी विभिन्न माध्यमों से सामने आ रही है इसी तरह की एक सूचना की जांच के लिए एडीएम के द्वारा वेयरहाउस कॉरपोरेशन के प्रबंधक, नायब तहसीलदार तथा स्थानीय थाना प्रभारी की टीम जब गोदहा खरीदी केंद्र में जांच के लिए पहुंचे और वहां पर अनियमितता मिली तो वहां पदस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर ने वीडियो बनाकर जांच करने आई टीम के ऊपर ही पैसे मांगने के आरोप लगने लगा ।
आरोपों को अधिकारी ने किया खारिज।
कंप्यूटर ऑपरेटर के द्वारा लगाए गए आरोप के संबंध में जब वेयरहाउस कॉरपोरेशन के प्रबंधक कमल बागरी से बातचीत की गई तो उन्होंने इन आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया है इस घटना की पूरी जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि वह वीर ख़ाम गांव में एक किसान के घर बारदाना होने की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे थे जहां लगभग 1000 से अधिक बार दाने मौजूद थे किसान के कथन के अनुसार यह बार दाने उसे गोदाहा खरीदी केंद्र [रेवांचल वेयरहाउस] से प्राप्त हुए थे,
वीडियो वायरल कर अधिकारी को किया गया बदनाम।
इस संबंध में जांच के लिए जब प्रशासन की टीम खरीदी केंद्र पहुंची तो वहां बार दाने कम मिले व्यापक अनियमितता पकड़ी जाने पर वहां मौजूद कंप्यूटर ऑपरेटर मिन्टू परौहा ने पहले धमकाने की कोशिश की। बाद में वेयरहाउस कॉरपोरेशन के प्रबंधक कमल बागरी के ऊपर ही पैसे मांगने का आरोप लगाने लगा। जबकि फोटो और वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है की कमल बागड़ी अन्य पदाधिकारी के साथ खड़े हैं, जिसमें नायब तहसीलदार थाना प्रभारी सरपंच और अन्य लोग देखे जा सकते हैं,भला इतने लोगों के रहते कोई इंसान किसी इंसान से पैसे की माग करें और वहां मौजूद लोगों को पता ना चले ऐसा संभव नहीं है
वह कहावत तो आपने सुनी ही होगी।
लोगों ने कहा कि सूपा बोले तो बोले छलनी भी बोले जिसमें बहत्तर छेद” मंटू परोहा जैसे भ्रष्टाचारि भी अब लोगो को ईमानदारी का पाठ पढ़ाने लगे है, बताया जा रहा है कि मिन्टू परौहा पहले एक समूह चलता था जिसे भ्रष्टाचार के बाद बंद करवा दिया गया था।