Rewa news उपार्जन कार्यों में घोर भ्रष्टाचार और अवैध वसूली मामले में भोपाल से जारी हुए जांच के आदेश।
Rewa news उपार्जन कार्यों में घोर भ्रष्टाचार और अवैध वसूली मामले में भोपाल से जारी हुए जांच के आदेश।
विगत दिनों सेमरिया विधायक अभय मिश्रा द्वारा उपार्जन कार्यों में घोर भ्रष्टाचार, वसूली, घूस ना मिलने से फर्जी कार्यवाहियां को लेकर सेमरिया विधायक द्वारा मुख्यमंत्री सहित शासन को पत्र लिखकर जिला प्रबंधक केबी बागरी और संजय यादव द्वारा किए गए भ्रष्टाचार, घोटालों एवम इनके द्वारा की जा रही वसूली फर्जी कार्यवाही मुख्य रूप से संजय यादव डाटा ऑपरेटर नान द्वारा किए गए करोड़ों के शासकीय वारदानों के घोटाले केबी बागरी द्वारा 2 पर्सेंट की सुखांत में घोटालों सहित आय से अधिक संपत्ति मामले की जांच के संबंध में पत्र लिखा था जिसमें खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग भोपाल ने संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की जांच कराने अपर मुख्य सचिव खाद्य वल्लभ भवन भोपाल द्वारा कलेक्टर रीवा को एक पत्र भेजा गया है जिसमें सेमरिया विधायक द्वारा लगाए गए सभी आरोपों की बिंदुवार जांच कर प्रकरण में आवश्यक जांच कराकर की गई कार्यवाही का जांच प्रतिवेदन अपने अभिमत के साथ 15 दिवस में शासन को भेजने का लेख किया गया है।
रीवा जिले के समाजसेवी एड बीके माला ने कहा है कि देखना होगा की सेमरिया विधायक द्वारा पत्र में लगाए गए आरोपों में क्या जांच की जाती है और केबी बागरी, और संजय यादव जो पिछले 7 वर्षों से कमाईदार पद में मलाई मार रहे हैं इनके खिलाफ कार्यवाही होती है या सिर्फ कागजों में लीपापोती कर जांच कर शासन को रिपोर्ट देकर फिर इन्हें वसूली का लाइसेंस दे दिया जाता है क्योंकि अभी तक कई शिकायतें होने के बाद भी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
श्री माला ने कहा कि खबर यह भी है की कुछ दिन पूर्व एक पत्र नान मुख्यालय से नान रीवा को जांच हेतु आया था इसे खुद जिसके खिलाफ जांच थी संजय यादव द्वारा खुद की जांच रिपोर्ट बनाकर प्रभारी Dm नान से हस्ताक्षर करवा कर खुद को और केबी बागरी को क्लीनचिट दे दी थी और एक भी बिंदु की जांच नहीं की गई अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि कैसे संभव है की बिना इन्हें इनके पदों से हटाए इनके खिलाफ वास्तविक सही जांच हो सकती है चूंकि इनके खिलाफ हाईकोर्ट में भी मामले चल रहे हैं और विभागीय भी जांच होनी है ऐसे में केबी बागरी और संजय यादव जब तक विभागों में बने रहेंगे तो सही जांच कैसे होगी यह भी एक बड़ा सवाल है चूंकि कहीं न कहीं इनका दबदबा इसी से समझा जा सकता है की इतने आरोपों के बाद भी इन पर अबतक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।