Mauganj news:दारू की दरिया में माफियाओं की नाव, पुलिस और आबकारी बनी पतवार।
अवैध अहातो में अक्सर विवाद,जिम्मेदारों की चुप्पी कायम
हनुमना नगर के सबसे व्यस्त मोहल्ले की अमन शांति पर ग्रहण
हनुमना- हनुमना नगर के सबसे व्यस्त मोहल्ले में शराबखोरी को लेकर बहुतायत विकास हुआ है। जिसके कारण मोहल्ले की अमन शांति पर स्थाई रूप से ग्रहण लग गया है। सरकारी सहयोग की वजह से ही शराबखोरी पुलिया मोहल्ला की पहचान बन गई है। स्टैट बैंक एवं यूनियन बैंक से लगी अंग्रेजी शराब दुकान में अक्सर मारपीट, गाली गलौज जैसी घटनाएं सामने आती रहती हैं। विवाद यहां की पहचान बन गया है। जिसकी मुख्य वजह अंग्रेजी शराब दुकान के आसपास संचालित होने वाले अवैध शराबखोरी के अहाते हैं। इन अवैध अहातो में रोज सुबह आठ बजे से ही शराबखोरी का दौर शुरू हो जाता है। यह सिलसिला बेरोकटोक सारी रात जारी रहता है। हनुमना नगर में लाईसेंसी अहातो की व्यवस्था न होने के कारण ही शराब दुकानों एवं ठेला वालों के यहां सुबह से मजमा लगने लगता है।अंग्रेजी शराब दुकान के पास से तकरीबन दस – पंद्रह दुकान अवैध अहाते के तौर पर संचालित है। इन्हीं अवैध अहातो में रोज विवाद की तस्वीर सामने आती है। स्थानीय रहवासियों ने कई बार इन अवैध अहातो वाली व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस के समक्ष अपना विरोध दर्ज कराया है, इसके बाद भी चंद कदमों की दूरी पर बैठे जिला प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। अक्सर रहवासियों का विरोध सामने आने और शिकायतें दर्ज होने के बाद जिला प्रशासन द्वारा खानापूर्ति पूरी करते हुए हजार- पंद्रह सौ रुपए का चालान जरुर काट दिया जाता है। अवैध शराबखोरी वाले अहातो को बंद करवाने की दिशा में जानबूझकर जिला प्रशासन और पुलिस आवश्यक कार्रवाई नहीं करती है।
तो क्या आबकारी विभाग के संरक्षण में ही अवैध अहातो को चालू कर दिया गया है..?। स्थानीय रहवासियों की जिंदगी पर बराबर संकट बना रहता है। जिसके चलते आसपास के रह वासियों को भारी दिक्कत की सामना करना पड़ता है जो महिलाएं बच्चे घर से बाहर नहीं निकलते हैंऔर तो और इस समय बच्चों का पेपर चल रहा है इस हल्ला गुल्ला के कारण बच्चों के पढ़ाई में दिक्कत होती रहती हैं मऊगंज कलेक्टर से मांग की जाती है कि हनुमना के मेंन बाजार से शराब की दुकानें हटाई जाए!