Chhatarpur News: बागेश्वर धाम में सामूहिक विवाह में शामिल हुईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, बोलीं- बेटियों की शिक्षा-स्वास्थ्य पर ध्यान देना

‘संतों ने महिलाओं को पूज्य बनाया, अब बेटियों को आत्मनिर्भर बनाएं’

Chhatarpur News: भारतीय परंपरा में संतों ने सदियों से जन मानस को राह दिखाई है। कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई। गुरुनानक हों, रविदास हों या कबीर, मीराबाई हों या संत तुकाराम, सभी ने समाज को राह दिखाई। महिलाओं को समाज में उचित स्थान दिलाया। पूज्य बनाया। अब आप बेटियों को संबल देना। उनकी शिक्षा-स्वास्थ्य पर ध्यान देना। ये बातें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु(President Draupadi Murmu) ने कहीं। वे बागेश्वर धाम में 251 जोड़ों के सामूहिक विवाह महोत्सव में शामिल हुई थीं। राष्ट्रपति ने महिलाओं से कहा, आत्मनिर्भर बनने का प्रयास करें, आप देश के विकास की कुंजी हैं। उन्होंने कहा, गृहस्थी के सामान के साथ विवाहिताओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चक्की व सिलाई मशीन भी दी है। आप आत्मनिर्भर बनने का प्रयास करें।

‘मंदिरों की दान पेटियां बेटियों के लिए खोलें’

बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, देश के मंदिरों की दान पेटियां गरीब बेटियों की शादी के लिए खोल दें। बेटियों से कहा-मुस्कुराते हुए घर जाना, कहना-हमारी शादी में राष्ट्रपति आईं। शास्त्री बोले- बहन की शादी में आई दिक्कतों से मुझे सामूहिक विवाह की प्रेरणा मिली। उन्होंने राष्ट्रपति को हनुमान यंत्र भेंट किया।

ट्रक से लाए गए उपहार

President Air Force के विमान से खजुराहो पहुंचीं। हेलिकॉप्टर से बागेश्वर धाम पहुंचीं। बालाजी मंदिर में पूजा के बाद सामूहिक विवाह में शामिल हुईं। वे ट्रक भरकर उपहार लाईं। 251 थालियां, 251 कन्याओं के लिए साड़ियां व दूल्हों के लिए सूट लाई। दोपहर 3.10 बजे वे वडोदरा रवाना हो गईं।

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