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Mustard Oil: भारतीय पकवानों का असली स्वाद और सेहत का राज़, अब हर घर में चाहिए!, जाने खासियत क्या?

भारतीय पकवानों का असली स्वाद और सेहत का राज़, अब हर घर में चाहिए!, जाने खासियत क्या?

Mustard Oil: वर्तमान दौर में जहां विदेशी कुकिंग ऑइल्स और रिफाइंड तेलों ने बाज़ार में दस्तक दी है, वहीं भारतीय रसोईघर में सरसों का तेल आज भी अपनी दमदार मौजूदगी बनाए हुए है। चाहे बात हो स्वाद की हो, सेहत की या फिर पुरानी परंपराओं की सरसों का तेल हर कसौटी पर खरा उतरता है। यह भारत में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला तलने का तेल है। सरसों के बीजों से निकाला गया यह तेल तीखा और स्वादिष्ट होता है। इसका उपयोग आमतौर पर कई व्यंजनों जैसे पकी हुई सब्जियों, दालों और मांस में किया जाता है और इसे मालिश और बालों की देखभाल के उपचार के लिए भी उपयोगी माना जाता है। उत्तर भारत से लेकर बंगाल, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश तक, हर घर में आज भी सब्ज़ी, अचार और तड़के की पहली पसंद यही है।

सरसों के तेल की कीमत क्या है इंडिया में

तेल  टुडे प्राइस 
सरसों का तेल ₹160 पर लीटर

सरसों के तेल में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण न सिर्फ खाना स्वादिष्ट बनाते हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज से भी फायदेमंद हैं। डॉक्टरों और आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार सरसों का तेल हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहतर है, साथ ही यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। गांव-देहात में आज भी इसे सर्दियों में मालिश, चोटों के उपचार और बालों में लगाने के लिए उपयोग किया जाता है।

हालांकि बाजार में सोयाबीन, सनफ्लावर और ओलिव ऑइल जैसे विकल्पों की भरमार है, लेकिन देशी परिवारों में सरसों के तेल की पकड़ अब भी मजबूत है। खासतौर पर त्योहारों, पारंपरिक पकवानों और शादी-ब्याह के पकवानों में तो इसकी खुशबू ही स्वाद का जादू बिखेर देती है। यही कारण है कि बदलते दौर में भी सरसों का तेल केवल एक कुकिंग ऑइल नहीं, बल्कि संस्कृति और विरासत की खुशबू बन चुका है।

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