अनूपपुर होते हुए शहडोल पहुंचा डिडवापानी की तर्ज़ पर मैकी में हुआ जमीन घोटाला करोड़ों की जमीन बेची गई कौड़ियों के दाम।
अनूपपुर होते हुए शहडोल पहुंचा डिडवापानी की तर्ज़ पर मैकी में हुआ जमीन घोटाला करोड़ों की जमीन बेची गई कौड़ियों के दाम।
नरेंद्र तिवारी ब्यूरो
अनूपपुर। जमीन की खरीद फरोख्त का गोरखधंधा इन दिनों जोरों पर चल रहा है यह सिलसिला अनूपपुर जिला से होते हुए अब शहडोल जिला भी पहुंच चुका है जहां पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फर्जी व्यक्तियों को खड़ा करके उनके नाम की रजिस्ट्री कराई जा रही है, जबकि भू स्वामी अभी भी लापता है। क्योंकि मामला करोड़ों रुपए के लेनदेन का है इसलिए दलाल अनूपपुर से जाकर शहडोल की भी भूमि को बेचने का काम कर रहे हैं।नया मामला मैकी जिला शहडोल का बताया जा रहा है सूत्रों के अनुसार अनूपपुर के कई भूमि दलाल अब शहडोल में बने मेडिकल कॉलेज से लगे कई एकड़ भूमि को करोड़ों रुपए में बेचने का काम कर चुके हैं जिसका पंजीयन भी कराया जा चुका है। इस जमीन को भी उसी तर्ज में बेचने का काम हुआ है जिस तर्ज में अनूपपुर जिले की डिडवापानी की जमीन को बेचा गया। आरोप है कि दिल्ली के व्यक्तियों को शहडोल स्थित जमीन को अनूपपुर के दलालों के द्वारा फर्जी व्यक्तियों को खड़ा करके बेच दिया गया है। वहीं सूत्रो की माने तो पहचान पत्र वाले दस्तावेजों में भी बदलाव किया गया जिसमें विक्रेता माना नायक निवासी वार्ड क्रमांक 02 मैकी हनुमान मंदिर जिला शहडोल व कुमार नायर पुत्र बालकृष्ण नायर उत्तम नगर नई दिल्ली बताया गया है। हर कोई ने अपनी कलम गिरवी रखी है राजस्व विभाग से लेकर विधि और रजिस्टार ऑफिस तक ने अपना जमीर गिरवी रख दिया।अनुपपुर की बेस कीमती भूमि पर इन दिनों ब्रोकर की खाल ओढ़े भू माफियाओं का कब्जा है यही कारण है कि आम आदमी आज अनुपपुर मे मकान बनाने के लिए जमीन खरीदने में डरता है क्योंकि आए दिन भू माफियाओं का फर्जी खरीदी-विक्रय करने का मामला सुर्खियों में रहता है। मजे की बात तो यह है कि लगातार सूचना के बाद भी प्रषासन इन पर लगाम कसने के लिए कोई सार्थक प्रयास नहीं कर रहा है।
चंद्र सिक्कों की खनक के लिए जिम्मेदार अपना ईमान बेचते नजर आए हैं ऐसे में क्या जंगल कभी सुरक्षित हो पाएगा। जिन लोगों की बदौलत इस जमीन की बिक्री हुई थी आज वह इस मामले में पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं। कई तो यह भी कह रहे हैं कि मुझे इस बात की जानकारी ही नहीं तो कुछ साजिश की बात कर रहे हैं। वकालत के पेशे से जुड़े वकील भी अपने आप को पाक साफ बता रहे हैं मगर जमीन के मामले में सर्विस प्रोवाइडर की बातों पर अगर यकीन किया जाए तो सारे दस्तावेज मुहैया वकील के द्वारा कराए गए। वही निगरानी में बैठा विभाग इसे हाथ मिलाकर अपनी जेब गर्म करता रहेगा।
अनूपपुर की भूमि ग्राम डिडवापानी आराजी खसरा नम्बर 13/6/2 रकवा 1.265 हे0, 12/4 रकवा 4.047 से0, 7/4/2 रकवा 2. उत हे0. 8/1 रकवा 12.14 हे को फर्जी विक्रेता बनकर अनिल कुमार शाह (उम्र 51 वर्ष) पिता छोटेलाल शाह निवासी वार्ड नं. 06 पुनीरा आधार नं. 829050587408 के द्वारा विक्रयनामा बलवीर सिंह गिल पिता ज्ञान सिंह गिल निवासी हाउस नम्बर 87 वार्ड नं. 04 नयापारा बोदरी (बोसरी) बिलासपुर आधार नम्बर 251366353909 रजिस्ट्रेशन नं. एमपी 46252202312086376 रजिस्ट्रेशन दिनांक 05/07/2023 को रजिस्ट्री कराया गया है जिसमें भूमि विक्रय की राशि 4 चेक के माध्यम से 68 लाख रूपये प्राप्त कर रजिस्ट्री कराई गई है। जिसमें से 20 लाख रूपये जरिये ऐक्सिस बैंक शाखा राजेन्द्र नगर बिला सीटी बिलासपुर के चेक क्रमांक 040921 दिनांक 21 मई 2023 के माध्यम से एवं 20 लाख रूपये जरिये ऐक्सिस बैंक शाखा राजेन्द्र नगर बिला सीटी बिलासपुर के चेक क्रमांक 040922 दिनांक 21/06/2023 के माध्यम से एवं 18 लाख रुपये जरिये ऐक्सिस बैंक शाखा राजेन्द्र नगर बिला सीटी बिलासपुर के चेक क्रमांक 040923 दिनांक 21 मई को माध्यम से एवं 10 लाख रूपये नगद के माध्यम से इस प्रकार विक्रय प्रतिफल की संपूर्ण राशि 68,00,000 (अठसठ लाख रुपये मात्र) विक्रय पंजीयन के पूर्व विक्रेता से क्रेता ने चेक व नगद के माध्यम से राशि प्राप्त किया है तथा सेवा प्रदाता कमलेश प्रसाद राठौर पिता देवलाल राठौर (एसपी014625112201400139) निवासी वार्ड नं. 09 हाल मुकाम अनूपपुर तहसील के पास डॉ० एसआरपी द्विवेदी बगल में बताया गया।
पूरे मामले में कुछ लोगो की भूमिका संदेह के दायरे में है। सेवा प्रदाता ने बताया की अनूपपुर तहसील में वकील सुनील गुप्ता पिता माखनलाल गुप्ता निवासी ग्रा. जमुडी जिला अनूपपुर एवं लियाकत अली पिता हाजी अहमद अली निवासी अनूपपुर मस्जिद मोहल्ला के द्वारा क्रेता-विक्रेता एवं गवाहों के दस्तावेज, आईडी लाकर मुझे दिया गया। इसके साथ लक्ष्मीकांत द्विवेदी (अनूपपुर में लाल पट्टा के नाम से प्रचलित है) जोकि जीएम बंगला में रहता है जिनके माध्यम से मैंने रजिस्ट्री बुक किया। जिसमें गवाह सुधीर कुमार पिता लक्ष्मी प्रसाद बैठा निवासी वार्ड नं. 16 सुरधईया परिहार जिला सीतामढ़ी बिहार आधार नं. 704410866346 सूर्यकांत गोड पिता भगवत प्रसाद गोड निवासी वार्ड नं. 6 अचानकपुर बोडरी जिला बिलासपुर छग आधार नं. 902580204388 को विक्रयनामा में प्रस्तुत किया गया। इसके अतिरिक्त दो-तीन लोग और इस साजिश में फर्जी दस्तावेज तैयार कर भूमि विक्रय करने में सहायक हैं। एक और फर्जी आईडी अनिल शर्मा पिता रतन लाल शर्मा निवासी हाउस नं 30 सालीमार बाग नार्थ वेस्ट दिल्ली 110068 आधार नं0 804912328160 तैयार कर रजिस्ट्री करने के कोशिश में हैं। जिसकी विस्तृत जांच में साजिश करने एवं फर्जी दस्तावेज तथा फर्जी गवाहों को तैयार कर प्रस्तुत करने की साजिश का पता चलेगा।
छत्तीसगढ़ के लोगों को अनूपपुर जिले की भूमि खरीदने के लिए अनूपपुर का निवासी दर्शाया है। जबकि छग के निवासी होने के वजह से यह रजिस्ट्री संभव नहीं था यानि उक्त भूमि को क्रय विक्रय करने हेतु फर्जी गवाह, फर्जी क्रेता-विक्रेता तैयार होने में कई वर्ष लगे होंगे एवं उक्त आराजी के भूमि को कूटरचित तरीके से बिहार का दर्शाकर क्रय-विक्रय करने में तहसील अनूपपुर के नामदार वकील भी शामिल हैं जोकि जांच में खुलाशा होगा। जबकि उक्त आराजी रकवा का मूल भूमि स्वामी दिल्ली में निवासरत है जिसका दस्तावेज आवेदक द्वारा जांच एवं न्यायालीन कार्रवाई में प्रस्तुत किया जायेगा। यहां भू माफियाओं का बोलबाला नजर आ रहा है इनके साथ कुछ सेवा प्रदाताओं की मिली भगत भीं सामने आ रही है पर सबसे जरूरी पंजीयन का काम बिना उप पंजीयक के सहमति के नही हो सकता ऐसे में यह कहना गलत नही होगा की उक्त मामले में सबकी बराबर की हिस्सेदारी है बहरहाल मामला पुलिस के पास विचाराधीन है अब पुलिसिया कार्रवाई का इंतजार है।