मध्य प्रदेश

विद्युत विभाग की अस्थाई कनेक्शन के नाम पर वसूली जोरो पर,आवेदन कर्ता ने नाम गोपनीय रखने पर बताई अपनी व्यथा।

विद्युत विभाग की अस्थाई कनेक्शन के नाम पर वसूली जोरो पर,आवेदन कर्ता ने नाम गोपनीय रखने पर बताई अपनी व्यथा।

 

अनूपपुर : जिले के अनूपपुर उपसंभाग में विद्युत विभाग की मनमानी चरम पर है। कहीं आउटसोर्स कर्मचारियों के भर्ती के नाम पर वसूली की जाती है तो कहीं बिना मीटर लगाए उपभोक्ताओं से मनमाना चार्ज वसूला जाता है, नए कनेक्शन के आवेदकों से सत्यापन के नाम पर अधिकारियों, लाइनमैन और एक ऐ क्लास ठेकेदार के सिंडिकेट, मिलीभगत से धनउगाही कर रहे है। नियम है कि आवेदक का घर अगर बिजली के खंभे से 40 मीटर की दूरी पर है तो उसे कोई चार्ज नहीं देना होगा, लेकिन दूरी चाहे जितनी हो बिना सिंडिकेट के सदस्यों की जेब गर्म किए सत्यापन करवा पाना बहुत मुश्किल कार्य है।प्राप्त जानकारी के अनुशार ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के कई उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होंने कनेक्शन के लिए आवेदन किया और लाइन मैन उनसे दो हज़ार हजार से लेकर 10 हजार रुपये की वसूली कर गए। और तो और दी गई इस रकम की कोई रसीद भी उन्हें नहीं दी गई।और ये सब कार्य सहायक अभियंता कार्यालय अनूपपुर के नाक के नीचे होता है। बिजली का नया कनेक्शन लेने की व्यवस्था पूर्णत: आनलाइन है। जो की विभागीय वेबसाइट पर आवेदन करना होता है। फिर यह आवेदन विभागीय पोर्टल पर आता है। जिसके बाद औपचारिकता पूरी करवाकर जेई और ऐ क्लास ठेकेदार की लोड रिपोर्ट लगानी होती है।

 

इसी औपचारिकता को पूरी कराने व रिपोर्ट लगाने के नाम पर आवेदकों का शोषण हो रहा है। लाइनमैन आवेदक से संपर्क साधता है और रिपोर्ट लगवाने के नाम पर घर और खंभे की दूरी का हवाला देकर दो से दस हजार रुपये के बीच लेन देन तय कराता है। अगर किसी ने रकम देने में आनाकानी की तो जेई की रिपोर्ट में औपचारिकता पूरी न होने का जिक्र कर आवेदन निरस्त करने की संस्तुति कर दी जाती है। जिसके बाद आवेदक को दोबारा इसी प्रक्रिया को अपनाना पड़ता है। नाम गोपनीय रखने के शर्त पर एक आवेदक ने बताया कि उन्होंने कनेक्शन सत्यापन व रिपोर्ट लगवाने के लिए महीनो परेशान किया गया, पांच किलोवाट लोड के जगह दस किलोवाट का कनेक्शन दिया गया और विभागीय रसीद के अलावा अलग से पैसे लिए गए । इसी प्रकार एक अन्य आवेदक ने बताया कि उनका मकान बिजली के पोल से 35 मीटर की दूरी पर है, लेकिन दूरी अधिक बताकर उन्हें बेवजह से परेशान किया गया ।

 

अनूपपुर जिले के अनूपपुर उपसंभाग में विद्युत विभाग की मनमानी चरम पर है। कहीं आउटसोर्स कर्मचारियों के भर्ती के नाम पर वसूली की जाती है तो कहीं बिना मीटर लगाए उपभोक्ताओं से मनमाना चार्ज वसूला जाता है, नए कनेक्शन के आवेदकों से सत्यापन के नाम पर अधिकारियों, लाइनमैन और एक ऐ क्लास ठेकेदार के सिंडिकेट, मिलीभगत से धनउगाही कर रहे है। नियम है कि आवेदक का घर अगर बिजली के खंभे से 40 मीटर की दूरी पर है तो उसे कोई चार्ज नहीं देना होगा, लेकिन दूरी चाहे जितनी हो बिना सिंडिकेट के सदस्यों की जेब गर्म किए सत्यापन करवा पाना बहुत मुश्किल कार्य है।प्राप्त जानकारी के अनुशार ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के कई उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होंने कनेक्शन के लिए आवेदन किया और लाइन मैन उनसे दो हज़ार हजार से लेकर 10 हजार रुपये की वसूली कर गए। और तो और दी गई इस रकम की कोई रसीद भी उन्हें नहीं दी गई।और ये सब कार्य सहायक अभियंता कार्यालय अनूपपुर के नाक के नीचे होता है। बिजली का नया कनेक्शन लेने की व्यवस्था पूर्णत: आनलाइन है। जो की विभागीय वेबसाइट पर आवेदन करना होता है। फिर यह आवेदन विभागीय पोर्टल पर आता है। जिसके बाद औपचारिकता पूरी करवाकर जेई और ऐ क्लास ठेकेदार की लोड रिपोर्ट लगानी होती है। इसी औपचारिकता को पूरी कराने व रिपोर्ट लगाने के नाम पर आवेदकों का शोषण हो रहा है। लाइनमैन आवेदक से संपर्क साधता है और रिपोर्ट लगवाने के नाम पर घर और खंभे की दूरी का हवाला देकर दो से दस हजार रुपये के बीच लेन देन तय कराता है।

 

अगर किसी ने रकम देने में आनाकानी की तो जेई की रिपोर्ट में औपचारिकता पूरी न होने का जिक्र कर आवेदन निरस्त करने को प्रक्रिया कर दी जाती है। जिसके बाद आवेदक को दोबारा इसी प्रक्रिया को अपनाना पड़ता है। नाम गोपनीय रखने के शर्त पर एक आवेदक ने बताया कि उन्होंने कनेक्शन सत्यापन व रिपोर्ट लगवाने के लिए महीनो परेशान किया गया, पांच किलोवाट लोड के जगह दस किलोवाट का कनेक्शन दिया गया और विभागीय रसीद के अलावा अलग से पैसे लिए गए । इसी प्रकार एक अन्य आवेदक ने बताया कि उनका मकान बिजली के पोल से 35 मीटर की दूरी पर है, लेकिन दूरी अधिक बताकर उन्हें बेवजह से परेशान किया गया ।

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