बांध ने उगले तीनों युवकों के शव, आक्रोशित परिजनों ने सीधी-सिंगरौली हाइवे को किया जाम।
बांध ने उगले तीनों युवकों के शव, आक्रोशित परिजनों ने सीधी-सिंगरौली हाइवे को किया जाम।
प्रतिमा विसर्जन के दौरान जमुनिहा बांध में डूब गए थे पांच युवक, दो को ग्रामीणों ने सुरक्षित बचा लिया था।
विराट वसुंधरा , ब्यूरो सुभाष तिवारी
सीधी: भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान जमुनिहा बांध में डूबे पांच युवकों में से तीन के शव मंगलवार को एसडीआरएफ सीधी और रीवा की टीमों ने बरामद कर लिया है। जबकि, दो युवकों को सोमवार को ही ग्रामीणों की मदद से बचा लिया गया था। मंगलवार को युवकों की तलाश सुबह 5 बजे से शुरू की गई। कुछ ही देर में दो के शव मिल गए। जबकि एक युवक का शव ढूंढ़ने मेें काफी मशक्कत करनी पड़ी। उसकी तलाश अपराह्न करीब 3.45 बजे पूरी हो पाई। युवक का शव खोजने में हो रही देरी से ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और दो युवकों का शव शिवपुरवा के पास सीधी-सिंगरौली एनएच-39 पर रखकर चक्काजाम कर दिया।
सुबह 10.30 शुरू हुआ चक्काजाम दोपहर 1.30 बजे तक चला। इससे करीब 3 घंटे तक सीधी और सिंगरौली का आवागमन बंद रहा। दरअसल, सिटी कोतवाली अंतर्गत जमुनिहा बांध में शिवपुरवा निवासी पांच युवक प्रतिमा विसर्जन करने गए थे, जो बांध के गहरे पानी में डूब गए। ग्रामीणों की सहायता से दो युवकों अमित व आलोक विश्वकर्मा को सुरक्षित बचा लिया गया था। सत्यम (17) पिता राजरखन गुप्ता, सूरज (19) पिता राजराखन गुप्ता तथा पुरुषोत्तम (19) पिता चंद्रभान विश्वकर्मा का पता नहीं चला था। मंगलवार की सुबह पहला शव पुरुषोत्तम का मिला। इसके तुरंत बाद सूरज का शव बरामद हुआ। सत्यम के शव की तलाश में काफी मशक्कत करनी पड़ी। सूरज और सत्यम सगे भाई थे।
वाहनों की लगी रही लंबी कतार:-
ग्रामीण एनएच-39 पर शव रखकर प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करने लगे। सुबह करीब 10.30 कुचवाही में शुरू चक्काजाम दोपहर करीब 1.30 बजे तक चला। जिला पंचायत सीईओ राहुल धोटे ने प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को समझाइश देने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा था।
अंततः डीएसपी प्रिया सिंह ने प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को समझाइश देने का प्रयास किया तब जाकर चक्काजाम समाप्त हुआ। इधर चक्काजाम के कारण एनएच पर वाहनों का आवागमन बाधित हो गया। करीब 1.30 बजे ग्रामीण माने।इधर कलेक्टर साकेत मालवीय ने बताया है कि तीनों शवों को निकाल लिया गया है। एसडीएम गोपद बनास को निर्देशित किया है कि प्रकरण पर त्वरित कार्रवाई कर मृतकों के परिजनों को नियमानुसार आर्थिक सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 5 हजार रुपए की अंत्येष्टि सहायता तत्काल उपलब्ध कराई गई है।