पुलिस की सील का फर्जीवाड़ा करने वाला गिरफ्तार
पुलिस की सील का फर्जीवाड़ा करने वाला गिरफ्तार
बहरी पुलिस ने मालवाहकों की फर्जी टीपी बनाने वाले को पकड़ा तो हैरत करने वाली जानकारी आई सामने
सीधी/बहरी । बहरी थाना पुलिस ने उसकी सील का फर्जी उपयोग करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर पूंछतांछ की तो हैरत करने वाली जानकरी सामने आयी। संबंधित व्यक्ति द्वारा बहरी थाना पुलिस की कूटरचित सील बनवाकर हाइवे से आने-जाने वाले मालवाहकों की टीपी पास कराने में उपयोग किया जा रहा था।
पुलिस के अनुसार इस आशय की सूचना मुखबिर के माध्यम से मिली थी कि टीपी को वैध बताने व सील लगाने की एवज में एक व्यक्ति द्वारा पैसा लिया जा रहा है। उक्त सूचना की तस्दीक के लिये पुलिस टीम को कुचवाही मेन रोड में भेजा गया। मालूम पड़ा कि मेन रोड हाइवे में कुछ मालवाहक खड़े हुये थे जो पुलिस को देखकर भाग गये। हाइवे के पास एक व्यक्ति मिला जिसने पुलिस को अपना नाम गणेश गुप्ता पिता ईश्वरी प्रसाद गुप्ता निवासी कुचवाही थाना कोतवाली का होना बताया। संबंधित व्यक्ति से पूंछतांछ की गई तो उसके द्वारा अपना जुर्म कबूल किया गया।
आरोपी के घर से एक गोलाकार प्लास्टिक की सील भी बरामद की गई जिसमें थाना बहरी जिला सीधी म.प्र. लिखा था। वहीं सील लगाने का पैड, आवेदन पत्र जिसमें आवेदक कमलेश साहू निवासी पराई चितरंगी सिंगरौली के नाम से वाहन क्रमांक एमपी 66 एच 2871 दर्ज था। उक्त कोयला लोड वाहन जो कि केजेएस मैहर जा रहा था, रास्ते में वाहन का टायर फट जाने से टीपी का समय समाप्त हो गया था। जिस पर आवश्यक कार्रवाई करने संबंधित आवेदन दिनांक 17 अगस्त 2024 को दिया गया था। आवेदन में लगे सील के बीचो-बीच गणेश गुप्ता के हस्ताक्षर थे।
इसी प्रकार आवेदक कमलेश साहू निवासी पराई चितरंगी सिंगरौली के नाम से वाहन क्रमांक एमपी 66 एच 2871 कोयला लोड वाहन जो कि केजेएस मैहर जा रहा था, रास्ते में वाहन का टायर फट जाने से टीपी का समय समाप्त हो गया था। उचित कार्रवाई के लिये आवेदन दिनांक 28 जुलाई 2024 को दिया था। इस आवेदन में भी लगे सील के बीचोबीच आरोपी के हस्ताक्षर थे। पुलिस द्वारा सभी आवेदनों को जप्त कर लिया गया। आरोपी ने बताया कि विगत एक माह से उसके द्वारा बहरी थाना पुलिस की सील बनवाकर फर्जी उपयोग किया जा रहा था। आरोपी के विरूद्ध धारा 318(4), 319(1), 318(2), 347(2), 338, 336(3), 340(2) भारतीय न्याय संहिता वर्ष 2023 के तहत दंडनीय अपराध पाये जाने पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया। उक्त कार्यवाई में बहरी थाना प्रभारी राकेश कुमार वैस, एएसआई भूपेन्द्र सिंह बागरी, प्रधान आरक्षक रामसुन्दर साकेत, एएसआई सोहागवती सिंह, आरक्षक राधेश्याम, राजकमल भुर्तिया का उल्लेखनीय योगदान रहा।