मैहर मंदिर बना दलाली का अड्डा
मैहर मंदिर बना दलाली का अड्डा
मैहर मंदिर की अव्यवस्था श्रद्धालुओं से हो रही ठगी और बदसलूकी, बच्चो का आधा मुंडन लिए श्रद्धालु पहुंचा चौंकी
मैहर -मां शारदा के दर्शनों को आने वाले भक्तो की दुर्दशा देखते ही बनती है मिर्जापुर निवासी श्रद्धालु राजेश प्रजापति तनय कल्लू प्रजापति अपने परिवार के साथ माता के मंदिर में दर्शन एवं बच्चो के मुंडन की मान्यता लेकर मैहर आया जहां दर्शन के पश्चात श्रद्धालु बच्चो के मुंडन के लिए मंदिर के नीचे स्थित नाई बाड़े में परिवार सहित बच्चो के मुंडन हेतु पहुंचा जहा चरमराई हुई व्यवस्था का श्रद्धालु शिकार हो गया विडंबना देखिए श्रद्धालु अपने बच्चो की दुर्दशा को लिए भटकता रहा उसकी सुनवाई नही हुई, और न ही समिति ने कोई एक्शन लिया।
क्या है पूरा मामला
जब मुंडन स्थल में श्रद्धालु बच्चो के मुंडन के लिए रसीद कटाने पहुंचा तो दो मुंडन की रकम लेकर काउंटर कर्मचारी ने एक रसीद दिया जिसके बाद श्रद्धालु को नाई के नंबर में भेजा गया जहां नाई ने श्रद्धालु के एक बच्चे के मुंडन की शुरुआत किया और उस्तरा लगाते ही भक्त से दो मुंडन के लिए 1500 रुपए की डिमांड करने लगा श्रद्धालु ने अपनी आर्थिक व्यवस्था कमजोर होने का हवाला दिया जिसके बाद नाई ने श्रद्धालु के बच्चे का आधा मुंडन कर आधे में ही बच्चे के मुंडन को छोड़ दिया जिससे आहत होकर श्रद्धालु काउंटर में जाकर अपने पैसे वापस मागने लग और अपने बच्चो का मुंडन कराने से इंकार कर दिया जिसके बाद श्रद्धालु का पैसा कर्मचारी द्वारा वापस नही किया गया उल्टा श्रद्धालु के साथ अभद्र भाषा का उपयोग किया गया जिससे आहत होकर श्रद्धालु पुलिस चौंकी शारदा धाम पहुंचा और उसने अपनी व्यथा सुनाई और शिकायत किया जिस पर पुलिस ने श्रद्धालु की समस्या को सुना और हस्तक्षेप किया और श्रद्धालु के बच्चे का मुंडन कराया, पुलिस से संतुष्ट होकर श्रद्धालु ने पुलिस का धन्यवाद भी किया।
इधर उठा पुलिस पर दबाव बनाने को फर्जी बवाल
श्रद्धालु के साथ हुए दुर्व्यवहार पर समिति कर्मचारी को अधिकारियों से दंड मिलने का डर सताने लगा जिसके चलते कर्मचारी ने बवाल रचना शुरू कर दिया और नाइयों को सामूहिक रूप से इकट्ठा कर हंगामा मचाने लगा ताकि पुलिस पर दबाव बनाया जा सके और इनकी करतूतों पर और अधिकारियों की आंखों में परदा डाला जा सके और इनके द्वारा किए जाने वाले कृत्य से अधिकारियों को गुमराह किया जा सके, जिस कारण साफ सुथरी कार्यवाही के बाद पुलिस के ऊपर अनर्गल आरोप लगाकर बवाल मचाने का प्रयास किया गया लेकिन मैहर के तमाम अधिकारियों ने वास्तविक परिस्थिति को आंक लिया और समित के मुंडन कर्मचारियों को तत्काल मुंडन स्थल से हटाया दिया है।