satna rewa news : अस्पताल में दलालों के खेल से किशोरी की मौत ,जिमेदारों की सफाई
अस्पताल में दलालों के खेल से किशोरी की मौत ,जिमेदारों की सफाई
सतना. जिला अस्पताल में एक बार फिर दलालों ने खेल खेल लिया, जो एक किशोरी की मौत का कारण बन गया। परिजन को बरगला कर 16 साल की गंभीर बीमार किशोरी को उन्होंने जिला अस्पताल से निजी अस्पताल सुरभि में पहुंचवा दिया। सुरभि ने 12 घंटे भर्ती रखने के बाद हाथ खड़े कर उसे रीवा रेफर कर दिया। किशोरी ने रास्ते में दम तोड़ दिया।
टिकुरिया टोला निवासी किशोरी के जहर का सेवन करने पर उसके परिजन रविवार शाम को उसे जिला अस्पताल लाए थे। कैजुअलिटी में उसका उपचार शुरू किया गया। इस बीच दलालों ने परिजन को झांसे में ले लिया और उन्हें सहमत कर दिया कि जिला अस्पताल में अच्छा इलाज नहीं मिलेगा। यहां किशोरी की जान नहीं बच पाएगी। परिजन तब दलालों के साथ किशोरी को लेकर सुरभि हॉस्पिटल पहुंच गए।
पिता ने बताया-12 घंटे सुरभि में हुआ इलाज: किशोरी के पिता बाबूलाल ने बताया कि दलाल दो-तीन लोग थे, जिन्होंने सुरभि अस्पताल में 18-20 हजार रुपए का खर्चा बताया गया। उस वक्त 2 हजार रुपए जमा कर इलाज शुरू किया गया। इसके बाद 700 रुपए जांच के लिए गए। सोमवार सुबह साढ़े 7 बजे सुरभि हॉस्पिटल के स्टॉफ ने कहा कि मरीज की हालत ठीक नहीं है, रीवा ले जाइए। परिजन आनन-फानन में रीवा रवाना हुए, लेकिन रास्ते में माधवगढ़ में किशोरी की सांसें टूट गईं।
10वीं में फेल होने के बाद रहती थी उदास
टिकुरिया टोला निवासी 16 वर्षीय किशोरी चांदनी ने रविवार शाम करीब 6.30 बजे घर में ही जहर निगला था। जहर खाने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ी और वह उल्टियां करने लगी, जिससे परिजनों को पता चला। परिजनों ने पुलिस को बताया कि चांदनी कक्षा दसवीं की परीक्षा में फेल हो गई थी। रिजल्ट आने के बाद से वह काफी उदास रहती थी। घर में उसे अन्य किसी प्रकार की तकलीफ नहीं थी। पुलिस ने बताया कि आत्महत्या की सटीक वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले की जांच में और तेजी आएगी।
अस्पताल में गार्डों की संया कम है। इसलिए सही तरीके से दलालों पर नजर नहीं रख पाते। अगर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत हो जाए तो दलाल अंदर प्रवेश ही नही कर पाएं। शासन स्तर से गार्ड बढ़ाने की अनुमति नहीं मिल पा रही। डॉ मनोज शुक्ला, सिविल सर्जन
हमारे संज्ञान में मामला नहीं है। अगर ऐसा हुआ है तो इसकी जानकारी लेकर संबंधित हॉस्पिटल के विरुद्ध जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी।डॉ एल के तिवारी, सीएमएचओ सतना