सरकार निकाल रही विकास एवं जन आशीर्वाद यात्रा और बिजली संकट से अंधेरे में डूबे गांव जनता ने कहा बिजली नहीं तो वोट नहीं।

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सरकार निकाल रही विकास एवं जन आशीर्वाद यात्रा और बिजली संकट से अंधेरे में डूबे गांव जनता ने कहा बिजली नहीं तो वोट नहीं।

 

भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक तरफ सरकार की उपलब्धियां गिनाई जा रही है और विकास कार्यों की यात्रा भी निकाली जा चुकी है अब जन आशीर्वाद यात्रा निकाली जा रही है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली संकट के चलते किसान और ग्रामीण लोगों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है ताजा मामला रीवा जिले के मनगवां विधानसभा क्षेत्र का है जहां ग्राम पंचायत बांस के लगभग 300 घर अंधेरे में डूबे हैं। ट्रांसफार्मर जला है और कोई सुनवाई नहीं हो रही है, रीवा जिले के लाल गांव क्षेत्र अंतर्गत बांस गांव में ट्रांसफार्मर जला जिसकी वजह से लगभग 300 घर अंधेरे में डूबे. पिछले कई दिनों से यहां पर अंधेरा है. जिसकी वजह से गांव के रहने वाले लोग भारी परेशानी में पड़ गये है. यहां के स्थानीय निवासी विद्युत वितरण केंद्र लाल गांव में कई बार शिकायत कर चुके हैं .लेकिन उनकी शिकायत सुनने के लिए कोई भी तैयार नहीं .ग्रामीण जनों का कहना है हमारा गांव अंधेरे में डूबा है. हमारे गांव का ट्रांसफार्मर खराब हो गया है. लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी हमारी नहीं सुन रहे है. अंधेरा होने की वजह से रात को बड़ी दिक्कत होती है.

ग्रामीणों ने कहा कि रोजमर्रा के तमाम कम करने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. अब तो मोबाइल भी चार्ज नहीं हो पा रहा. जिसकी वजह से हमें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है .गांव के इंद्रमणि द्विवेदी, रामबहोर सेन, सुरेश बढ़ाई, मिठाई लाल, सूबेदार ,शैलेश मिश्रा, राजबिहारी मिश्रा ,राजेश कुशवाहा राजकुमार गौतम, गोविंदा गौतम, अमृतलाल मिश्रा, गोमती प्रसाद गौतम, राम नरेश तिवारी, रामाश्रय कुशवाहा, रघुनंदन कुशवाहा ,राम सुंदर सेन, समय लाल बडई, हरीश जायसवाल ,सोनू उपाध्याय, राजेंद्र उपाध्याय ,यशोदा सेन, दूधनाथ सेन, कमल उपाध्याय, आदि लोगों ने लाल गांव विद्युत वितरण केंद्र से मांग की है ,उनके गांव का ट्रांसफार्मर तत्काल सुधरवाया जाए, जिससे उनको इस समय जो भी भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है,उससे निजात मिल सके।

गांव के लोगों का कहना है, उनके गांव का बिजली का बिल भी बकाया नहीं है. वह लोग समय पर बिजली के बिलों का भुगतान भी करते हैं. लेकिन विद्युत विभाग उनकी सुनने के लिए तैयार नहीं है. कल्पना करिए आज के जमाने में अगर आधे घंटे के लिए भी लाइट चली जाती है. तो आदमी परेशान हो जाता है. लेकिन यहां पर कई दिनों से लाइट नहीं विद्युत विभाग सुनने के लिए तैयार नहीं. ग्रामीणों का कहना है. अगर उनके यहां जल्द ट्रांसफार्मर नहीं लगाया गया तो वह कोई कड़ा कदम भी उठा सकते हैं।

इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता देवेंद्र तिवारी द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से रीवा कलेक्टर सहित CE रीवा संभाग सहित विद्युत विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया है वही जूनियर इंजीनियर लाल गांव द्वारा बताया गया कि हमारे द्वारा संबंधित सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई है लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अभी तक कोई आश्वासन नहीं दिया है।

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