पर्यावरण मित्र प्रोत्साहन योजना स्कूटी प्रदाय योजना में संभावित भ्रष्टाचार का जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने लिया संज्ञान।
पर्यावरण मित्र प्रोत्साहन योजना स्कूटी प्रदाय योजना में संभावित भ्रष्टाचार का जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने लिया संज्ञान।
विराट वसुंधरा की खबर से जिला पंचायत सतना उपाध्यक्ष सुष्मिता डॉक्टर पंकज सिंह परिहार आई ऐक्शन मोड पर।
विराट वसुंधरा/ रामानंद शुक्ला
सतना। विराट वसुंधरा समाचार पत्र में छपी खबर का असर स्कूटी खरीद में भारी भ्रष्टाचार की आशंका सम्बंधित खबर लगते ही उन्होंने जिला परियोजना प्रबंधक सतना अंजुला झा को पत्र लिखकर, इस योजना के क्रियान्वयन हेतु अब तक की गई कार्यवाही को तुरंत तलब किया। उन्होंने परियोजना प्रबंधक को लिखा कि 25/ 8/23 तक विभिन्न कोटेशनों की जानकारी एवं की गई कार्यवाही आजीविका मिशन के पोर्टल पर दर्ज किए जाने के निर्देश थे कि किन-किन कंपनियों के द्वारा कौन-कौन से कोटेशन एवं किस दर पर कोटेशन प्रस्तुत किए गए इसकी जानकारी आपने अभी तक अपने पोर्टल में दर्ज नहीं की है । उन्होंने हवाला दिया कि समाचार पत्र के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई है कि आप एक ही कंपनी के कई कोटेशन मंगवा रही हैं जो गलत है, तुरंत अब तक की गई कार्यवाही को प्रस्तुत करें।
यहां यह उल्लेखनीय है कि पर्यावरण मित्र प्रोत्साहन योजना अंतर्गत प्रत्येक संकुल स्तरीय संगठन (CLF) को स्कूटी प्रदाय किए जाने के आदेश मध्य प्रदेश शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग सचिव द्वारा प्रत्येक जिले के समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को आदेश क्रमांक 10047/MP-SRLM/कृषि/2023 भोपाल दिनांक 16/08/2023 के तहत निर्देशित किया गया है कि मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत गठित महिला स्व सहायता समूहों के सदस्यों को जिन्हें *सामुदायिक स्रोत व्यक्तियों* के रूप में चिन्हित किया गया है उन पर्यावरण मित्रों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से, गांवों में पर्यावरण संरक्षण के प्रचार प्रसार एवं कृषि कार्य में आधिकाधिक जैविक खाद के उपयोग हेतु, कृषकों को जागरूक किया जाए।
शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना को बढ़ावा देने के लिए प्रचार प्रसार करने हेतु *कृषक मित्रों* को प्रोत्साहित करने हेतु प्रत्येक विकासखंड में 50 की संख्या से प्रदेश के समस्त 313 विकासखंडों में 15650 स्कूटी प्रदाय करने का लक्ष्य रखा गया है । इस त्वरित क्रियान्वयन हेतु आवंटित बजट भी शीघ्र ही प्रत्येक जिला कार्यालयों को भेज दिए जाएंगे।
स्कूटी क्रय किए जाने की योजना को कहने को तो पारदर्शी बनाया गया है जिसमें प्रत्येक संकुल ब्लॉक स्तर पर ब्लाक वाइज कोटेशन आमंत्रित कर स्कूटी क्रय किया जाना है, जिसके लिए विभाग द्वारा अधिकतम राशि 90,000 प्रति स्कूटी प्रदाय की जाएगी ।
उक्त राशि में शोरूम कीमत, रजिस्ट्रेशन, बीमा, हेलमेट दो नग,एवं अन्य एसेसरीज सम्मिलित रहेंगे, तथा ब्लॉक वाइज वहां विक्रेताओं डीलरों के साथ बैठक कर उन्हें इस योजना की जानकारी उपलब्ध कराई जाकर प्रत्येक विक्रेता या डीलर से कोटेशन-टेंडर आमंत्रण कराए जाने का प्रावधान है, स्कूटी क्रय किए जाने के पूर्व जिला योजना के संबंधित जिला कलेक्टर, जिला मिशन संचालक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं अतिरिक्त जिला मिशन संचालक आजीविका मिशन द्वारा वाहन विक्रेताओं से बैठक कर इस योजना की जानकारी उन्हें उपलब्ध कराते हुए अपनी पसंद की स्कूटी वहां शोरूम में चयन कर बिक्रेता से कोटेशन प्राप्त करें तथा विक्रेताओं से प्राप्त कोटेशन में से सबसे कम दर के विक्रेता से स्कूटी क्रय किए जाने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।
स्कूटी प्रदाय की इस योजना में व्यापक भ्रष्टाचार किए जाने की आशंका इस बात को लेकर हुई कि परियोजना प्रबंधक सतना ने मनमानी कर विक्रेताओं से कोटेशन मात्र दिखावे के लिए लिए गए और अब केवल होन्डा कंपनी की स्कूटी खरीदने हेतु केवल उनसे ही कई कोटेशन लेकर स्कूटी खरीदी में मनमानी का रुक हथियार कर लिया की भनक विराट वसुंधरा समाचार पत्र को लगते ही खबर प्रमुखता से छपी, जिसका संज्ञान जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने लेकर जिला परियोजना अधिकारी से जवाब तलब किया।
इस महत्वपूर्ण योजना के धरातल पर आने के पूर्व ही रची गई साजिस का खुलासा हो जाने एवं जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुष्मिता पंकज सिंह परिहार द्वारा तुरंत एक्शन मोड में आने जाने से भविष्य में किया जाने वाला भारी भ्रष्टाचार अभी तो रुक गया, अब देखने वाली बात होगी आगे क्या होता है।