पार्षद ने सौर्य चक्र विजेता शहीद कर्णवीर और पूर्व सैनिकों का किया अपमान मचा बवाल मौके से भाग खड़े हुए पार्षद।
पार्षद ने सौर्य चक्र विजेता शहीद कर्णवीर और पूर्व सैनिकों का किया अपमान मचा बवाल मौके से भाग खड़े हुए पार्षद।
विराट वसुंधरा/ संजय सिंह
सतना । जिले जिले के वार्ड क्रमांक 37 के पार्षद आशुतोष सिंह ने शहीद सौर्य चक्र विजेता कर्णवीर को पहचानने से इनकार कर दिया साथ ही पूर्व सैनिकों का भी अपमान किया इस मामले में हमारे संवाददाता संजय सिंह से बताते हुए शाहिद सेवा समिति के संस्थापक और सबका सैनिक संघर्ष कमेटी के प्रदेश महामंत्री लोकेश्वर सिंह ने बताया कि सतना शहर के वार्ड क्रमांक 37 में शौर्य चक्र विजेता कर्णवीर का एक गेट में फोटो लगाई गई थी जो पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गई थी इसी संदर्भ में जब शाहिद सेवा समिति के संस्थापक अपने संगठन और साथियों के साथ पार्षद आशुतोष सिंह से विनम्र निवेदन करने के लिए पहुंचे और उनसे आग्रह किया कि महोदय यह तस्वीर खंडित है और एक शौर्य चक्र विजेता शहीद की है
इस क्षतिग्रस्त फोटो को नई लगवाई जाए या फिर यहां से हटा दिया जाए यह सुनते ही पार्षद आग बबूला हो गए और पूर्व सैनिकों से अभद्रता करने में उतारू हो गए पार्षद ने बोला कि मैं पार्षद सिर्फ झाड़ू लगवाने के लिए हूं इसके अलावा मेरे पास कोई काम नहीं है और ना ही मैं इनको पहचानता हूं कि यह कौन है साथ ही इस दौरान पूर्व सैनिकों ने पार्षद द्वारा की जा रही बदसलूकी का वीडियो भी बनाया है।
पार्षद का गुस्सा सातवें आसमान पर था तो वहीं कुछ देर बाद पूर्व सैनिकों का भी खून गर्म होने लगा मौके की नजाकत देखकर पार्षद उस स्थान से निकालना उचित समझें और भाग लिए जबकि यह समय विधानसभा चुनाव का है और इस दौरान सभी राजनीतिक दल अपने नेताओं कार्यकर्ताओं को संयम वरतने की सलाह जारी किए हैं और पार्षद एक जनप्रतिनिधि होता है जनता उन्हें वोट देकर चुनाव जिताती है
ऐसे में पार्षद का गुस्सैल स्वभाव होना और पूर्व सैनिकों को अपमानित करना चर्चा का विषय बना हुआ है सबसे ताज्जुब की बात तो यह है कि शौर्य चक्र विजेता शहीद कर्णवीर सिंह को ना पहचान वाले यह पार्षद यह भूल गई की बीते वर्ष देश की रक्षा के लिए अपने प्राण में न्योछावर करने वाले विंध्य क्षेत्र के माटी के लाल कर्णवीर सिंह ने देश के दुश्मनों से लोहा हो लेते हुए अपनी जान गंवाई है।
इन्हीं शहीदों और पूर्व सैनिकों की बदौलत देश की आन बान शान और सुरक्षा है जिन शहीदों को और पूर्व सैनिकों को नेता भूल रहे हैं उन्हें यह जानना जरूरी है कि आज वह देश में सुरक्षित है तो उसका सबसे बड़ा कारण वही सैनिक है जो देश की सरहद पर खुद को भूख प्यास रखते हुए जान जोखिम में डालकर देश की रक्षा कर रहे हैं
बहरहाल पार्षद की इस हरकत से उनकी खूब किरकिरी हो रही है, तो वहीं शहीद सेवा समिति के संस्थापक लखेश्वर सिंह ने बताया कि यह शहीदों का और सैनिकों का अपमान है आजादी से लेकर आज तक जिस तरह से सेना के जवानों ने अपने देश की सुरक्षा के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया और अपने देश को आंच तक नहीं आने दी है इसी के बदौलत आज सुरक्षित और स्वतंत्र रूप से ये पार्षद बने हैं। पार्षद द्वारा किए गए दुर्व्यवहार और अपमान की शिकायत पूर्व सैनिकों के संगठन द्वारा महापौर और विधायक को ज्ञापन देकर किया जाएगा।