उमरिया जिले में पुलिस पार्टी पर हमला, लाठी और पत्थर से हमला, घटना मे कई पुलिसकर्मी हुए जख़्मी…
उमरिया जिले में पुलिस पार्टी पर हमला, लाठी और पत्थर से हमला, घटना मे कई पुलिसकर्मी हुए जख़्मी…
विराट वसुंधरा न्यूज़ : ब्यूरो एमपी
🛑 मध्य प्रदेश : उमरिया जिले में पुलिस पार्टी पर हमला हो गया, हमला गोंडवाना पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पार्टी पर किया, लाठी और पत्थर से हमला करने पर कई पुलिसकर्मी जख़्मी हो गए है,
प्राप्त जानकारी के मुताविक… गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सैकड़ो कार्यकर्ता जो अपनी मांगों को लेकर दिन मंगलवार की दोपहर कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपने निकले थे, कार्यकर्ताओं की अधिक संख्या होने के चलते सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया और सड़क मे जाम लग गया, मामले कि सूचना पुलिस को मिली, मौक़े पर पुलिस टीम पहुंची, और सड़क मे लगे जाम को खुलवाने का प्रयास किया, तभी गोड़वाना पार्टी के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच नोक झोंक के साथ गरमा गरम बहस हो गई, और फिर बहस इतनी बढ़ गई की गोड़वाना पार्टी के कार्यकर्ता आक्रोशित होकर पुलिसकर्मियों पर ही लाठी डंडे व पत्थर से हमला कर दिए, जिस घटना मे महिला टी आई सहित लगभग दर्जन भर पुलिसकर्मी जख़्मी व घायल हो गए हैं,
आपको बता दें कि.. यह घटना क्रम उमरिया जिला मुख्यालय का है, जहाँ गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सैकड़ो कार्यकर्ता अपनी विभिन्न मांगों को लेकर रैली निकाल रहे थे, और वह कलेक्ट्रेट में अपनी मांगो से सम्बंधित ज्ञापन पत्र सौंपने के लिए निकले हुए थे,
बताया जा रहा कि रैली में प्रदर्शनकारियों की संख्या अधिक होने के कारण उमरिया- कटनी मार्ग में जाम की स्थिति निर्मित हो गई, जिस दौरान पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को किनारे कर जाम को खुलवाने का प्रयास किया तभी गोड़वाना पार्टी के कार्यकर्ता जो पुलिस के कार्य से आक्रोशित हो गए, और भीड़ में शामिल अधिकांश लोगों के हाथों पर पार्टी के झंडे थे, और इन्हीं झंडों के डंडों की मदद से आक्रोशित भीड़ पुलिस पर टूट पड़ी, इस दौरान पुलिस पर पत्थरबाजी भी हुई, जिसमें कई पुलिसकर्मी चोटिल हो गए, पुलिस ने भी उग्र स्थिति पर काबू पाने के लिए हल्के बल का प्रयोग किया, और फिर किसी तरह मामला शांत हुआ,
अब शवाल उमरिया पुलिस पर उठ रहे कि… जब गोडवाना पार्टी के लोग सड़क मार्ग से रैली निकाल रहे थे उस वक़्त पुलिस टीम कहां थी, यदि पुलिस टीम सही वक़्त पर सड़क मार्ग पर पहुंच जाती और रैली निकले के पहले य उसी दौरान कुछ देर के लिए आवागमन यातायात व्यवस्था कंट्रोल कर लेती तो शायद यह घटना न होती, कही न कही पुलिस कि लचर व्यवस्था के कारण ऐसी घटनाए हो जाती है, जो नहीं होनी चाहिए।