आखिर क्यों बजरंगबली के इस दरवर में मंदिर बनवाने वाले का हो जाता है सर्वनाश।

आखिर क्यों बजरंगबली के इस दरवर में मंदिर बनवाने वाले का हो जाता है सर्वनाश।

जी हां हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले के घोरहा ग्राम में स्थित प्रसिद्ध बजरंगबली के मंदिर की जिनका उद्गम आज से लगभग 25 साल पहले हुआ था उद्गम के समय ही भगवान बजरंगबली के इस मंदिर की काफी मान्यता रही ऐसा माना जाता था की बजरंगबली के दरबार में जो भी भक्त अपने दुख दर्द लेकर जाता है बजरंगबली उसके ऊपर अपनी कृपा दृष्टि बरसते हैं

 

बजरंगबली के उद्गम के समय ही इनकी आंखें ऐसा बताया जाता है कि सोने की थी और सोने की आंखें होने के कारण इस इस मंदिर की ख्यात दूर-दूर तक फैल गई और भक्तगण दूर-दूर से इस मंदिर के दर्शन करने आने लगे।लेकिन कुछ समय बाद अज्ञात चोरों ने बजरंगबली की गर्दन से ऊपर का भाग चुरा लिया।जिस कारण बस यह मंदिर मुर्कटानाथ के नाम से प्रख्यात हुआ।

 

इस मंदिर की ऐसी मान्यता रही है की बजरंगबली के इस दरबार में आज तक कोई भी व्यक्ति मंदिर बनवाने का साहस नहीं जुटा पायाा। कुछ लोगों ने प्रयास किया लेकिन बजरंगबली ने एकांत में रहने का स्वप्न दिया।
लोगों के द्वारा यह भी बताया जाता है की कुछ लोगों ने प्रयास किया मंदिर बनवाने का और बजरंगबली को मंदिर के अंदर स्थापित करने का जिनका सर्वनाश हो गया।

 

इसके पीछे का रहस्य क्या है इसका आज तक कोई पता नहीं लगा पाया।बजरंगबली के दरबार में आज भी भक्तों का तांता लगा रहता है।और बजरंगबली सब की मनोकामनाएंं पूरी करते हैं।

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