sidhi news : जिले के बहरी अंचल में लगातार धर्मातरण के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसी ही सूचना पर बहरी थाना पुलिस ने मयापुर स्कूल के पीछे आदिवासी बस्ती में दबिश देकर एक मकान से कुछ किताबें एवं अन्य सामग्री जप्त करने के साथ ही करीब दर्जन भर लोगों को थाना ले जाकर पूंछतांछ की। दरअसल जिले के बहरी अंचल में बाहर के कुछ लोगों के इशारे पर गरीब एवं आदिवासी परिवारों को धर्मांतरण करने के लिए काफी समय से प्रोत्साहित किया जा रहा है। वैसे तो सीधी जिले के अन्य कई क्षेत्रों से भी धर्मांतरण की खबरें सामने आ रही हैं किंतु बहरी अंचल में ज्यादा ही सक्रियता देखी जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार बहरी थाना अंतर्गत मयापुर बाजार के समीप शासकीय हायर सेकेण्ड्री स्कूल के बगल में स्थित बसोर बस्ती में रमेश के घर पर धर्मांतरण कराने के लिए कुछ लोगों की मौजूदगी की खबर फैली।
जिसके बाद हिंदू जागरण मंच एवं बजरंग दल के सदस्यों द्वारा बहरी पुलिस को सूचना दी गई। बजरंग दल एवं हिंदू जागरण मंच के लोगों के संबंधित घर के सामने एकत्रित होने पर कुछ लोग तो मौके पर से भाग खड़े हुए। बाद में पुलिस के आने तक 10-12 लोग मिले। बहरी पुलिस द्वारा संबंधितों को थाना ले जाकर विवेचना की गई। साथ ही मौके पर से पवित्र बाइबल की किताब के साथ ही अन्य सामग्री जप्त की गई। बताया गया है कि बहरी निवासी बाबूलाल जायसवाल द्वारा लोगों को पहले भी बहला-फुसलाकर धर्मांतरण कराया जा रहा था जिसमें वह जेल भी गया था। अभी दो महीने पहले ही वह जेल से बाहर आया और फिर से धर्मांतरण का गोरखधंधा बहरी अंचल में शुरू हो गया। धर्मांतरण के लिए गरीबों को ही निशाने पर लिया जा रहा है। उनको प्रलोभन दिया जाता है।
आखिर धर्मांतरण का कौन है सरगना?
जिले में धर्मांतरण के चल रहे गोरखधंधा के पीछे सरगना कौन है यह सवाल सालों से उठ रहा है। पुलिस के समक्ष भी कई बार धर्मांतरण से जुड़े लोग सामने आए हैं किंतु उन पर सार्थक कार्यवाही न होने के कारण धर्मांतरण सीधी जिले में पांव पसार रहा है। जानकारों की मानें तो जिला मुख्यालय के समीप मड़रिया एवं कुछ अन्य गांवों में दलित समुदाय के लोगों द्वारा ईसाई धर्म को अपनाया गया है। लेकिन शासन की योजनाओं का लाभ लेनेे के लिए वह अपनी जाति नहीं बदलते। यह जरूर है कि हिंदू देवी-देवताओं की पूजा उनके द्वारा बंद कर दी गई है। इसी तरह अमिलिया थाना अंतर्गत सोनवर्षा अंचल में तो काफी संख्या में दलितों द्वारा बौद्ध धर्म को अपनाते हुए आधार कार्ड में भी जाति के स्थान पर बौद्ध जोड़ लिया गया है। यह सबकुछ पैसे की लालच में हो रहा है।
इनका कहना है
सूचना मिली थी कि मयापुर स्कूल के पीछे धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। मैने बहरी पुलिस को सूचना दी और मौके पर जाकर देखा तो 25-30 लोग मौजूद थे। इनमें कई लोग भाग गए लेकिन 10-12 लोगों को पुलिस अपने साथ बहरी थाना ले गई। जिन पर क्या कार्यवाही पुलिस द्वारा की गई। यह स्पष्ट नहीं हो सका है। मैं चाहता हूं कि धर्मांतरण के मामले में सार्थक कार्यवाही हो।
ऋषि शुक्ला, गौरक्षा प्रमुख बजरंगदल
बजरंग दल एवं कुछ संगठनों की ओर से मयापुर में धर्मांतरण होने की सूचना दी गई थी। मौके पर पुलिस पहुंची और मौजूद लोगों से पूंछतांछ की गई। पुलिस की पूंछतांछ के दौरान यह सामने आया कि एक घर में उनके परिवार के लोग एवं दो रिश्तेदार ही उस दौरान मौजूद थे। यह अवश्य है कि मौके पर से पवित्र बाइबल की किताब मिली है। लेकिन घर में कोई बाहरी लोग मौजूद नहीं थेे। जिससे विवेचना के दौरान धर्मांतरण का मामला सामने नहीं आया है।
राकेश बैस, टीआई
थाना बहरी