MP Government News : मध्य प्रदेश सरकार ने स्कूल में फर्स्ट आने वाले छात्रों को स्कूटी और लैपटॉप देने की घोसड़ा की, जमा कराएं डॉक्यूमेंट्स
मध्य प्रदेश सरकार ने स्कूल में फर्स्ट आने वाले छात्रों को स्कूटी और लैपटॉप देने की घोसड़ा की, जमा कराएं डॉक्यूमेंट्स
MP Government News : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा टॉपर्स को स्कूटर और लैपटॉप देने की घोषणा के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है। मध्य प्रदेश में सभी स्कूलों के लिए एक खुशखबरी है स्कूल में कोई भी छात्र अगर board की परीक्षा में12 th क्लास में अगर उसका 75% से ऊपर आता है तो उसको मध्य प्रदेश सरकार द्वारा laptop प्रदान किया जाएगा, अगर वह अपनी कक्षा में फर्स्ट नंबर पर आता है तो उसको सरकार द्वारा स्कूटी भी प्रदान की जाएगी, इस योजना का लाभ लेने के लिए सभी स्कूल के छात्र-छात्राओं ने दिन-रात पढ़ाई करने का प्रयास कर रहे हैं जिससे वह सरकार की इस योजना से सभी स्कूल के छात्र-छात्राएं बेहद खुश हैं कुछ लोग अचानक मिली सूचना पर विश्वास ही नहीं कर सके।
यह कार्यक्रम 5 फरवरी को आयोजित होगा।
मुख्यमंत्री योजना(Chief Minister Scheme) के तहत प्रत्येक स्कूल से कक्षा 12वीं में टॉप करने वाले एक छात्र को स्कूटर(Scooter) दिया जाएगा। यह समाचार को सुनकर सभी छात्रो में पढाई को लेकर सभी छात्रो में उत्साह बढ़ गया है यह कार्यक्रम 2 फरवरी को आयोजित होगा। जिला शिक्षा विभाग को 2 फरवरी को इसकी सूचना दी गई तथा बच्चों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया। रविवार को प्रधानाचार्यों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई। प्रत्येक स्कूल के टॉपर्स को जानकारी देने के लिए दस्तावेज प्रस्तुत करने का कार्य सौंपा गया था। एक दिन का समय मिला. इस बीच, स्कूलों ने कभी फोन पर तो कभी घरों पर सूचना दी।
laptop और स्कूटी लेने के लिए ऐ रही आवश्यक सर्ते,
12वीं कक्षा में टॉप करने वाले विद्यार्थियों(students) को लैपटॉप राशि दी जाएगी। इस योजना के तहत 12वीं कक्षा में 75% अंक लाने वाले विद्यार्थियों को लैपटॉप राशि दी जाएगी। इसके अलावा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों को निःशुल्क स्कूटर भी दिए जाएंगे। लैपटॉप(laptop) और स्कूटर मिलने से विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ेगा और वे अपनी पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। इससे उन्हें आगे की पढ़ाई और करियर में मदद मिलेगी।
कुछ बच्चे पढ़ाई के लिए बाहर गए हैं
जल्दबाजी में जानकारी देने वाले एक प्रिंसिपल(principal) ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वे गलियों और मोहल्लों में घूम रहे हैं। वे बच्चे के घर पहुंचे लेकिन उससे संपर्क नहीं हो सका। पता चला कि कुछ बच्चे स्कूल से बाहर हो गए थे और कुछ परिवार बाहर चले गए थे। मुसीबत आ रही है.
रिकॉर्ड प्रस्तुत कर दिया गया है
जिला शिक्षा अधिकारी(District Education Officer) एनके अहिरवार ने बताया कि जिले के सभी हायर सेकंडरी स्कूलों(Higher Secondary Schools) से जानकारी आ गई है। इसे भेज दिया गया है। अभिभावकों को सूचित करने के लिए सभी प्रधानाचार्यों की बैठक बुलाई गई। सोमवार को कुछ अभिभावकों से भी संपर्क किया गया।