मऊगंज जिले में जगह-जगह फल-फूल रहा नशे का कारोबार, कानून व्यवस्था को खुली चुनौती दे रहा माफियाओं का साम्राज्य,
हनुमाना क्षेत्र में संचालित हैं अवैध अहाते, शराब कारोबारी उड़ा रहे शासन के आदेश की खुलेआम धज्जियां।
मऊगंज जिले के गठन के बाद यह माना जा रहा था कि मऊगंज जिले के विकास में अब चार चांद लगेंगे मऊगंज जिला चहुमुखी विकास करेगा सड़कें, सिंचाई परियोजनाओं, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में मऊगंज जिला तरक्की करेगा लेकिन 2 साल के अंदर मऊगंज जिले का विकास धारा का धरा रह गया और नशे के कारोबार में मऊगंज जिला अव्वल नजर आ रहा है नई गाड़ी मऊगंज और हनुमान क्षेत्र में जिस तरह से शराब का कारोबार वैधानिक और अवैधानिक रूप से चल रहा है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मऊगंज जिले का भविष्य किस ओर जा रहा है यह छिपा नहीं है शराब कारोबारी, आबकारी विभाग और पुलिस के लोग इस कारोबार से मालामाल हो रहे हैं और जनता नशे के दल-दल में धंसती जा रही है।
हनुमना में संचालित शासकीय शराब दुकान के संचालक और पुलिस के गठजोड़ के चलते चाय की टपरी से लेकर नेशनल हाईवे पर संचालित ढावो पर खुलेआम शराब की बिक्री और जगह जगह अहाता चालू है जबकी मध्यप्रदेश सरकार द्वारा बैठाकर शराब पिलाने वाले अहातों को बंद करने का शख्त आदेश जारी किया था बावजूद इसके हनुमना क्षेत्र में शराब कारोबारियों के सिक्कों की खनक के आगे थाना प्रभारी और आबकारी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी मौन बैठे हैं ऐसे हालात पर पुलिस की निष्क्रियता कहना उचित नहीं है बल्कि यह कहना सही होगा कि सब कुछ पुलिस की देखरेख में ही चल रहा है इस क्षेत्र में गांव-गांव घर-घर शराब और कोरेक्स दिख रही है वैधानिक रूप से बरांव में नशे के शौकीनों के लिए काउंटर खोला गया है जिसकी स्टिंग वीडियो हम पूर्व में दिखा चुके हैं आए दिन तस्करों और पुलिस की सांठगांठ के वाइरल हो रहे आडियो वीडियो और डिमांड/सौदेबाजी से कानून व्यवस्था तार-तार हो रही है।
देखा जाए तो एक तरफ जहां मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल नशा विरोधी अभियान चलाकर जनता को नशे के दलदल में फंसने से बचाने प्रयासरत है तो बनी दूसरी तरफ नशा कारोबार से जुड़े लोग और अवैध कमाई करने वाले अधिकारी कर्मचारी दलाल अपने निजी लाभ के लिए अवैध नशे के कारोबार को संरक्षण देकर मऊगंज जिले को उड़ता पंजाब बनाने में जुटे हैं बीते महीने बेतहाशा बढ़ते नशा कारोबार से छुब्ध होकर मऊगंज विधायक ने पुलिस कप्तान सहित वरिष्ठ अधिकारियों के सामने दंडवत होकर गुहार लगा चुके हैं कि अवैध नशे की कारोबार और नशा माफियाओं के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करें और मऊगंज जिले को नशा मुक्त बनाने में सहयोग करें लेकिन अभी भी हालत सुधरे नहीं है।
अवैध नशे के कारोबारी अब शासन प्रशासन और कानून व्यवस्था से खुद को ऊपर समझने लगे हैं पुलिस की निष्क्रियता से नशा माफियाओं की हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि पुलिस को दौड़ा-दौड़ा कर नशा माफियाओं ने पीटना भी शुरू कर दिया है बीते कुछ माह पूर्व की बरांव में हुई घटना जहां अवैध शराब कारोबारी और प्रतिबंधित नशीली कफ सिरफ को पकड़ने गई शाहपुर पुलिस को नशा कारोबारियों ने दौड़ा- दौड़ा कर पीटा था सूत्र बताते हैं कि हनुमाना क्षेत्र के शराब कारोबारी की अवैध शराब मऊगंज और नई गढ़ी क्षेत्र तक पहुंच रही है शराब कारोबारियों की प्रतिस्पर्धा में गैंगवार भी होती रहती है।