MP news:सीएम के निर्देश पर 12 जिलों में ईओडब्ल्यू का छापा!
किसानों का फर्जी रजिस्ट्रेशन कर समितियां खा गईं धान,12 जिलों में 150 उपार्जन समितियां, 140 वेयर हाउस पर ईओडब्ल्यू की कार्रवाई
भोपाल. प्रदेश में धान की खरीदी में बड़ा घोटाला सामने आया है। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) की 25 टीमों ने 12 जिलों में 150 उपार्जन समितियां और 140 वेयर हाउस पर छापेमारी की तो 2000 टन धान की हेराफेरी मिली। इसकी कीमत 5 करोड़ रुपए बताई जा रही है। ईओडब्ल्यू ने 79 से अधिक पदाधिकारियों पर कार्रवाई की है।
कई जिलों से धान की खरीदी में गड़बड़ी की शिकायतें आ रही थी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ने ईओडब्ल्यू को जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद हरकत में आई ईओडब्ल्यू की टीम प्रदेशभर में छापेमारी शुरू कर दी। ईओडब्ल्यू की जांच में साफ हुआ कि कई समितियों ने किसानों का फर्जी रजिस्ट्रेशन किया। बिना धान लिए ई-उपार्जन पोर्टल पर प्रविष्टि की। फिर ट्रांसपोर्ट और वेयर हाउसों का फर्जी रिकॉर्ड बनाकर समिति ने भुगतान कर दिया। इसमें सरकार को करोड़ों रुपए की क्षति हुई। बताते हैं, फर्जीवाड़े में समितियों के पदाधिकारियों के साथ ट्रांसपोर्टर, वेयर हाउस और राइस मिलें भी शामिल हैं।
2000 टन धान की हेराफेरी, सतना-बालाघाट में बड़ी धांधली,दलदल केंद्र से 94 लाख की धान गायब
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) की जांच सतना और मैहर में दूसरे दिन भी जारी रही। सतना जिले के सेवा सहकारी समिति दलदल उपार्जन केंद्र से 94 लाख रुपए मूल्य की 4088 क्विंटल धान गायब मिली। गुरुवार को ईओडब्ल्यू की टीम ने सियाशील वेयरहाउस स्थित उपार्जन केंद्र और मैहर के झुकेही केंद्र में जांच की। सियाशील वेयरहाउस में पाया कि रिकॉर्ड में दर्ज 4088 क्विंटल धान का स्टॉक गायब है। इस धान की बाजार कीमत लगभग 94 लाख रुपए है। ईओडब्ल्यू की एक अन्य टीम ने मैहर के झुकेही केंद्र पर भी जांच की, लेकिन वहां रिकॉर्ड में कोई अनियमितता नहीं पाई गई। मामले की जांच जारी है।
जहां धान की ज्यादा खेती, वहां कार्रवाई
धान उपार्जन में गड़बड़ी की लगातार शिकायतें आ रही थी। सीएम के निर्देश पर प्रदेशभर में 25 टीमें बनाकर कार्रवाई की है। जहां धान उत्पादन ज्यादा होता है, वहां कार्रवाई की जा रही है।
– उपेंद्र जैन, डीजी, ईओडब्ल्यू
सतना-बालाघाट में 5000 क्विं. हेराफेरी
सतना की सेवा सहकारी समिति पिण्डरा और हिरौंदी में 4203 क्विंटल और मैहर की सेवा सहकारी समिति जरौहा में 210 क्विंटल कम धान मिले। बालाघाट की 20 समितियों में फर्जीवाड़ा मिला है। यहां करीब 5000 क्विंटल फर्जीवाड़ा पकड़ा है।
सतना में धान के बोरे में मिला भूसा
जिन क्षेत्रों में धान की पैदावार सबसे ज्यादा है, वहां ज्यादा फर्जीवाड़ा मिला है। बालाघाट, जबलपुर, डिंडोरी, रीवा, सतना, पन्ना, मैहर, सागर, ग्वालियर, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, श्योपुर समेत 12 जिलों में ईओडब्ल्यू ने छापेमारी की। सतना में वेयरहाउस में धान की जगह भूसा मिला।