मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के होली पर मुस्लिम समुदाय वाले बयान पर मचा बवंडर, जाने पूरा मामला
MP News : मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय(Madhya Pradesh minister Kailash Vijayvargiya) ने होली के अवसर पर मुस्लिम समुदाय से अपील की कि होली के त्योहार पर किसी धर्म या समुदाय पर चर्चा नहीं करना चाहिए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय पर मुस्लिम समुदाय ने पाखंडी का आरोप लगाया है वे शुक्रवार की नमाज के बावजूद होली में शामिल हों क्योंकि होली साल में एक बार आती है। उन्होंने कहा कि जुमे का त्यौहार हर सप्ताह आता है, लेकिन होली का त्यौहार विशेष है और मुस्लिम समुदाय इसमें भाग ले सकता है, क्योंकि हमारे पूर्वजों ने वृंदावन में होली खेली थी। पूर्व मंत्री अबू आज़मी ने विजयवर्गीय के बयान की आलोचना की और उन्हें “पाखंडी” कहा आजमी ने आरोप लगाया कि विजयवर्गीय इस बयान के जरिए समाज को बांटने और राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं। यह बयान धार्मिक सहिष्णुता और सांस्कृतिक मतभेदों को लेकर एक नई बहस को जन्म दे रहा है, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों के बीच सद्भाव बनाए रखने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
इंदौर में कांग्रेस के धरने में शामिल हुए पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को ‘पाखंडी’ बताया है। सज्जन वर्मा ने कहा, पुराने समय में समाज एक था, भाईचारा था, लेकिन अब नेताओं ने जाति और धर्म की राजनीति करके समाज को बांट दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर विजयवर्गीय में इतना ही प्रेम है तो उन्हें मुस्लिम इलाकों में जाकर होली खेलनी चाहिए, फिर देखेंगे क्या होता है।’’
विजयवर्गीय ने दिया था ये बयान
गौरतलब है कि मंत्री कैलाश विजयवर्गीय(Minister Kailash Vijayvargiya) ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा था कि ‘होली इस्लाम(holi islam) के खिलाफ नहीं है, मुस्लिम भाइयों को अपने पूर्वजों के बारे में जानना चाहिए। उनके पूर्वज भी वृंदावन में कृष्ण(Krishna in Vrindavan) के साथ होली खेलते थे, इसलिए उन्हें भी इस परंपरा में शामिल होना चाहिए।
राजनीतिक बयानबाजी से गरमाई सियासत
Vijayvargiya और वर्मा के बयान से राजनीतिक हलकों में बहस छिड़ गई है। BJP जहां इसे ‘सांस्कृतिक एकता’ की अपील बता रही है, वहीं कांग्रेस इसे ‘सांप्रदायिक ध्रुवीकरण’ बताने की कोशिश कर रही है।