SP अभिजीत कुमार पर CSP को ब्लैकमेल करने का आरोप, तहसीलदार पति ने DGP से लगाई मदद की गुहार?
MP News: मध्य प्रदेश के कटनी जिले से चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां पुलिस अधीक्षक (SP) अभिजीत कुमार पर सिटी मजिस्ट्रेट (सीएसपी) को ब्लैकमेल करने का आरोप लगा है। एसपी ने कथित तौर पर एक मामले को लेकर सीएसपी पर दबाव बनाया और उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश की। मामला तब प्रकाश में आया जब सीएसपी ने अपनी पत्नी, जो तहसीलदार हैं, के माध्यम से डीजीपी से मदद की गुहार लगाई। तहसीलदार पति ने मामले की गंभीरता को देखते हुए DGP से त्वरित कार्रवाई की अपील की है। बताया जा रहा है कि इस पूरी घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है और अब मामले की उच्च स्तरीय जांच की जा रही है। इस घटना से मध्य प्रदेश पुलिस की छवि पर भी असर पड़ सकता है, और अपनी पत्नी के ट्रांसफर की मांग की है। इसलिए राज्य के डीजीपी ने जांच के आदेश दिए हैं और मामले की सख्ती से जांच करने का आश्वासन दिया है।
परिवार पर खतरा, हाईकोर्ट के वकील ने भी जताई चिंता
Tehsildar के चाचा और जबलपुर हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील देवेंद्र शर्मा ने भी डीजीपी को पत्र भेजकर अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने आरोप लगाया कि कटनी एसपी न केवल उन्हें धमकी दे रहे हैं, बल्कि उनकी हर गतिविधि पर नजर भी रख रहे हैं। वकील देवेंद्र शर्मा ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
क्या है पूरा मामला?
कटनी जिले में पदस्थ सीएसपी ख्याति मिश्रा पुलिस विभाग में एक जिम्मेदार पद पर हैं। शैलेन्द्र बिहारी शर्मा दमोह जिले के पटेरा के तहसीलदार हैं। तहसीलदार शर्मा ने आरोप लगाया कि कटनी एसपी अभिजीत कुमार रंजन उनकी पत्नी को ब्लैकमेल कर रहे हैं और उनके परिवार को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं। इसीलिए उन्होंने अपनी पत्नी का तबादला सतना, रीवा या सीधी जिले में करने की अपील की है।
डीजीपी और प्रमुख सचिव से शिकायत
Tehsildar DGP और प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि एसपी उनकी पत्नी को लगातार मानसिक रूप से परेशान कर रहे थे और धमकी दे रहे थे। शिकायत में यह भी कहा गया है कि एसपी की हरकतों के कारण उनकी पत्नी की नौकरी भी खतरे में है।
दमोह कलेक्टर और एसपी का बयान
Tehsildar द्वारा की गई शिकायत की प्रतियां Damoh Collector और SP को भी भेजी गई हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दमोह एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने कहा कि मामला उनके अधिकार क्षेत्र का नहीं है, इसलिए इसे उचित प्राधिकारियों को भेजा जाएगा। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि तहसीलदार ने अभी तक सुरक्षा की कोई मांग नहीं की है। यदि वे सुरक्षा की मांग करेंगे तो उन्हें नियमानुसार सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी।
दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर(Damoh Collector Sudhir Kochar) ने भी शिकायत की पुष्टि की और कहा कि यह एक व्यक्तिगत और पारिवारिक मामला है, जिस पर अंतिम निर्णय राज्य सरकार और डीजीपी द्वारा लिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि तहसीलदार शैलेन्द्र बिहारी शर्मा लम्बी छुट्टी पर हैं और उनकी छुट्टी स्वीकृत कर दी गई है।
Katni SP की प्रतिक्रिया का इंतजार
इस मामले में Katni SP अभिजीत कुमार रंजन की ओर से कोई official बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि मामले की गंभीरता को देखते हुए संभावना है कि state government और police department जल्द ही इस मामले पर कार्रवाई कर सकते हैं।