MP news:स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा के भी कई प्रावधान अधूरे!

MP news:स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा के भी कई प्रावधान अधूरे!

 

 

 

 

 

शासकीय अस्पतालों में उपचार के दौरान दुर्भाग्य से किसी मरीज की मौत होने पर पार्थिव शरीर घर तक सम्मान पूर्वक पहुंचाने के लिए मप्र शांति वाहन सेवा शुरू करने की घोषणा की गई थी। यह सेवा राजधानी सहित कई जिला अस्पतालों में शुरू नहीं हो पाई है। मरीजों के परिजन को एंबुलेंस चालकों को मनमाना शुल्क देकर पार्थिव शरीर ले जाना पड़ रहा है।

 

 

 

 

 

पिछले बजट में बालाघाट, शहडोल, सागर, नर्मदापुरम और मुरैना में पांच नए आयुर्वेद कॉलेज शुरू करने की घोषणा की गई थी। इनका निर्माण शुरू नहीं हुआ है।

 

 

 

 

 

 

 

स्वास्थ्य क्षेत्र में पदों का सृजन भले ही कर दिया हो, लेकिन भर्ती नहीं होने से लाभ आम लोगों को नहीं मिल पा रहा। अभी भी प्रदेश के अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के स्वीकृत 4167 पदों में से 2563 पद खाली हैं। मेडिकल ऑफिसर के भी 1424 पद खाली हैं।

 

 

 

 

 

 

आयुष्मान योजना से राज्य के एक हजार से अधिक अस्पताल संबद्ध हैं। योजना के लिए 1,381 करोड़ का प्रावधान किया गया था जो पिछले बजट से 45% अधिक था। हालांकि ज्यादातर बड़े निजी अस्पताल योजना से अलग हो रहे हैं या अच्छे पैकेज वाली कुछ सेवाएं देने संबद्धता ले रहे हैं।

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