वर्त्तमान मंत्री व विधायक राजेंद्र शुक्ल व सेमरिया विधायक केपी त्रिपाठी बने स्टार प्रचारक, अन्य राज्यो में कर रहे प्रचार
वर्त्तमान मंत्री व विधायक राजेंद्र शुक्ल व सेमरिया विधायक केपी त्रिपाठी बने स्टार प्रचारक, अन्य राज्यो में कर रहे प्रचार
हाल ही में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न हुए हैं जिसका परिणाम आगामी 3 दिसंबर को आना है। सभी राजनीतिक दल और जनता जनार्दन बेसब्री से इंतजार कर रहे है कि आखिर कौन जीतेगा, कौन हारेगा और किसकी बनेगी सरकार। हर गली ,नुक्कड़, मुहल्ले, शहर शहर और गांव गांव यही चर्चा आमो ख़ास है।सबके पास अपने अपने तर्क और दावे हैं कि हो न हो यही जीतेगा और फला पार्टी की ही सरकार बनेगी।बहरहाल इन सभी बातों का जवाब तो तीन दिसंबर को ही मिल सकेगा जब परिणाम होगे सामने और फिर किसी को मिलेगी बेहिसाब खुशी तो किसी के हाथ लगेगा गम का पिटारा।
परंतु अभी जो बड़ी खबर सामने आ रही है वह यह की
इन सभी के बीच कैबिनेट मंत्री व निवर्तमान रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ल और सेमरिया के चर्चित निवर्तमान विधायक केपी त्रिपाठी स्टार प्रचारक बने हुए हैं। आपको बता दें कि तेलंगना राज्य में होने वाले चुनाव में नेताद्वय का नाम स्टार प्रचारक के तौर पर शुमार है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में राजेंद्र शुक्ल का नाम स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल था, आपको बता दें कि बीजेपी की स्तरप्रचारको की सूची में पीएम मोदी, जेपी नड्डा, सीएम योगी जैसे धुरंधर दिग्गज नेता शामिल थे।
गौरतलब है कि बतौर स्टार प्रचारक जाना जाना विंध्य के लिए गर्व की बात है, साथ ही उल्लेखनीय है कि ऐसा पहले नहीं हुआ। एक तरफ रीवा में जहां चुनाव के नतीजों को लेकर नेताओं के साथ-साथ कार्यकर्ता भी अपने अपने दावे कर रहे हैं तो वहीँ दूसरी तरफ जनता पर भरोसा दिखाकर पार्टी ने राजेंद्र शुक्ल व केपी त्रिपाठी को अन्य राज्य में प्रचार प्रसार के लिए भेजा है, जिसमे वो जी जान से जुटे हुए है।
बीजेपी को भरोसा है की उनकी सरकार आ रही तो वही दूसरी तरफ कांग्रेस भी अपने दावों से पीछे नहीं हट रही है, अब इसका जवाब तो केवल जनता के पास है की उसने किसे चुना है, प्रचार प्रसार के दौरान दोनों विधायकों ने कार्यकर्ताओं के साथ आंध्र स्थित मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग के दर्शन किया। मजेदार बात यह भी कि रीवा में चुनाव के पहले जिन नेताओं की आंधी दिख रही थी उन नेताओं का अब पता भी नहीं चल रहा है। चुनाव के पहले तो एक दूसरे पर जमकर आरोप प्रत्यारोप लगाए गए थे। यह एक दूसरे को फंसाने और जनता को बरगलाकर वोट हासिल करने की साजिश भी हो सकती है।
खैर जनता सब जानती है, पहचानती है, धुंध कितना भी
हो आखिरकार कोहरा छटता है और साफ साफ नजारा सामने आ ही जाता है। कुछ भी ज्यादा समय तक छिप नही पाता।
जो कुछ भी हो जनता ने अपना मत अपने पसंदीदा उम्मीदवार और दल को सौप दिया है और अब इंतजार है तो सिर्फ और सिर्फ तीन दिसंबर को आ रहे नतीजों का।
तो वही राजेंद्र शुक्ल और केपी त्रिपाठी की जोड़ी अन्य राज्यो में स्टार प्रचारक बनकर खुद का और रीवा का मान बढ़ा रहे है। साथ ही रीवा में कॉन्ग्रेस पार्टी स्ट्रॉन्ग रूम में तकनीमी खामियों से गुल हो जा रही सीसीटीवी विजन को लेकर हमलावर और संसकित है और लगातार कांग्रेसी नेता इसकी शिकायत करते नजर आ रहे है। और उम्मीद यही है कि आगामी 3 दिसंबर तक मध्य प्रदेश के साथ-साथ रीवा में इसी प्रकार के दृश्य आम रहने वाले हैं।