मशीन लर्निंग इंजीनियर, डेटा साइंटिस्ट व एआइ एथिक्स कंसल्टेंट की बढ़ी मांग
Sagar News: शहर के कॉलेज व विश्वविद्यालय में पढ़ाए जाने वाले कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में कई बदलाव हो रहे हैं। सबसे ज्यादा असर वेब डेवलपमेंट, डेटा साइंस, क्लाउड कप्यूटिंग, साइबर सिक्योरिटी में दिख रहा है। पहले कॉलेज में केवल बेसिक कंप्यूटर पढ़ाया जाता था, लेकिन एआइ और मशीन लर्निंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। आइटी कंपनी भी इन कोर्स को करने वाले युवाओं को ज्यादा वरीयता दे रही हैं। एआई आधारित नए कोर्स से युवाओं को आसानी से नौकरी मिलेगी।
अब कंप्यूटर साइंस कोर्स में बेसिक कोडिंग, टेस्टिंग, डेटा एंट्री के साथ एआई को जोडा़ जा रहा है। इससे मशीन लर्निंग इंजीनियर, डेटा साइंटिस्ट, एआई एथिक्स कंसल्टेंट जैसी प्रोफाइल में नौकरी मिलेगी। यही कोर्स कॉलेज व विवि में भी शुरू किए जा रहे हैं। डॉ. हरिसिंह गौर विवि में कंप्यूटर विज्ञान एवं अनुप्रयोग विभाग के प्रमुख डॉ. अभिषेक बंसल ने बताया कि अब एआइ के आधार पर कई नई जॉब युवाओं को मिलेंगी। इसके लिए छात्र-छात्राओं को भी वही कोर्स पढ़ाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विवि में पीजी में दो वर्षीय एआइ आधारित कोर्स शुरू किया गया है। वहीं यूजी में एआइ विषय को जोड़ा गया है। एआई डीप लर्निंग व प्रेक्टिकल में कई तरह मॉडल डिजाइन करने बाद विद्यार्थी कई तरह के जॉब के लिए दक्ष बन जाएंगे।