औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण ने दी मंजूरी, 1.74% बढ़ेंगे दाम,1 अप्रेल से 906 दवाओं की कीमतों में बढ़ोतरी
नई दिल्ली. देश में 1 अप्रेल से आवश्यक दवाओं की कीमतों में बढ़ोतरी होने जा रही है। राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने 906 दवाओं की कीमतों में 1.74 फीसदी की बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। इनमें 80 नई दवाएं भी शामिल हैं। इन दवाओं में डायबिटीज, बुखार और एलर्जी जैसी आम बीमारियों में काम आने वाली दवाएं शामिल हैं। हालांकि यह वृद्धि पिछले दो सालों के मुकाबले कम है। दवाओं की कीमतों में 2023 में 12 फीसदी और 2022 में 10 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। बताया जाता है कि दवा निर्माताओं के संगठनों ने इस बार भी कीमतों में दस फीसदी की बढ़ोतरी की मांग की थी। इसका असर क्रॉनिक बीमारी झेल रहे मरीजों पर होगा। इसका असर हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर में भी पड़ेगा। संभावना है कि प्रीमियम भी बढ़ सकते हैं।
इसलिए बढ़ी कीमतें
एनपीपीए के मुताबिक महंगाई बढ़ने से दवाओं का मूल्य संशोधन किया गया है। सरकार हर साल दवाओं की कीमतों की समीक्षा करती है और थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआइ) में बढ़ोतरी के आधार पर कीमत तय करती है।