MP news:पूर्व मंत्री भारती ने पुलिस महानिदेशक से की शिकायत,मप्र भाजपा के सह प्रभारी उपाध्याय ने किया महिला का शोषण!
भोपाल. दिल्ली की तत्कालीन आम आदमी पार्टी वाली सरकार में मंत्री रहे सोमनाथ भारती ने मध्यप्रदेश भाजपा के सह प्रभारी सतीश उपाध्याय पर महिला के यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। महिला मध्यप्रदेश के धार जिले की रहने वाली बताई जा रही है। भारती ने शिकायत डीजीपी कैलाश मकवाना से शुक्रवार को की। पीड़ित महिला से संपर्क कराने के लिए मदद मांगी है। वहीं प्रदेश भाजपा आरोपों को आधारहीन और चरित्र हनन से जोड़कर बता रही है। पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि मौजूदा समय में उनके पास ऐसी कोई शिकायत दर्ज नहीं है।
दावा किया कि सतीश उपाध्याय ने आदिवासी महिला से पांच वर्ष तक यौन शोषण किया। आपराधिक शिकायत दर्ज कराई गई है। महिला पार्टी से जुड़ी रही और उसने साहस दिखाते हुए उपाध्याय के खिलाफ बयान दिया। यदि इस तरह के मामलों में राजनीतिक दबाव में आकर कोई ढील बरती जाती है, तो यह कानून और संविधान पर हमला होगा।
यह भी दावा
भारती ने दावे किए कि उन्होंने 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में हुई कथित धांधली को लेकर हाईकोर्ट में याचिका लगाई है, जिसमें सतीश उपाध्याय को विजेता घोषित किया गया था। याचिका के साथ जो साक्ष्य पेश किए गए हैं, उनमें उक्त यौन शोषण की शिकायत भी है। सोमनाथ का कहना है कि चुनाव लड़ने के लिए जो जानकारी दी जाती है, उसमें उपाध्याय ने उक्त शिकायत का जिक्र नहीं किया।
पटवारी ने उठाए सवाल
मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी कूद पड़े। उन्होंने प्रदेश में भाजपा का कुशासन बताते हुए महिला को न्याय मिलने पर संदेह जताया। सोशल मीडिया पर लिखा कि चाल, चेहरे, चरित्र के दावे संगठन के शीर्ष चेहरों की करतूतों से झलक रहे हैं।
भाजपा बोली- आरोप पूरी तरह मनगढ़ंत
प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने उपाध्याय पर लगे आरोपों पर पलटवार किया। कहा, आरोप पूरी तरह से निराधार, मनगढ़ंत और राजनीतिक द्वेष से प्रेरित हैं। यह एक सुनियोजित साजिश है। मकसद एक बेदाग छवि वाले जननेता की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाना है। सोमनाथ भारती का आपराधिक रिकॉर्ड किसी से छुपा नहीं है। वह अतीत में कई बार गिरफ्तार हो जेल जा चुके हैं। घरेलू हिंसा, सार्वजनिक अशांति फैलाने, कोर्ट की अवमानना, महिला विरोधी आचरण जैसे कई संगीन आरोप लगे। दस्तावेजों की जालसाजी, आपराधिक साजिशों में माहिर भारती का पूरा राजनीतिक आचरण ही अराजकता वाला रहा है।