680 करोड़ के फर्जीवाड़े का शिकार होते-होते बचा प्रॉपर्टी डीलर, 4 घंटे तक रहा ‘डिजिटल अरेस्ट’ में
Rewa News (MP): शहर के एक प्रॉपर्टी डीलर को ठगों ने 680 करोड़ के घोटाले में शामिल बताकर डिजिटल तरीके से 4 घंटे तक ‘अरेस्ट’ कर लिया। खुद को सीबीआई और साइबर पुलिस का अधिकारी बताने वाले जालसाजों ने वीडियो कॉल पर धमकी दी और डीलर को पूरी तरह मानसिक दबाव में डाल दिया। हालांकि सतर्कता और समय रहते थाना और सायबर सेल की मदद लेने से वह बड़ी ठगी का शिकार होने से बच गया।
4 घंटे की ‘डिजिटल हिरासत’, फर्जी अधिकारी और फेक वीडियो कॉल
जानकारी के अनुसार, रीवा निवासी एक प्रॉपर्टी डीलर के मोबाइल पर अचानक एक कॉल आया, जिसमें खुद को सीबीआई अधिकारी बताने वाले व्यक्ति ने उसे बताया कि उसका नाम 680 करोड़ के हवाला और साइबर फ्रॉड में जुड़ गया है। इसके बाद वीडियो कॉल पर वर्दी में एक व्यक्ति दिखा, जिसने खुद को ‘इंटरपोल अधिकारी’ बताया।
डीलर को कहा गया कि उसे ऑनलाइन पूछताछ के लिए ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखा गया है और वह कहीं भी फोन कट या बंद नहीं कर सकता। इस दौरान उससे आधार कार्ड, बैंक डिटेल्स, प्रॉपर्टी दस्तावेज जैसे कई निजी जानकारी मांगी गई।
सतर्कता से बची लाखों की ठगी
शुरुआत में डीलर डर और तनाव में आ गया, लेकिन कुछ देर बाद उसे शक हुआ और उसने दूसरे मोबाइल से अपने परिचित पुलिसकर्मी को संपर्क किया। इसके बाद वह तुरंत सायबर पुलिस और नजदीकी थाना पहुंचा, जहां उसने पूरी घटना की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
पुलिस ने जांच में पाया कि यह एक संगठित साइबर गिरोह का काम है, जो देशभर में ऐसे मामलों को अंजाम दे रहा है। वे लोगों को बड़े घोटालों में फंसाने का डर दिखाकर उनसे पैसे और डिटेल्स उगलवाते हैं।
सायबर सेल की अपील – ऐसे कॉल से रहें सतर्क
रीवा साइबर पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और आमजन को आगाह किया है कि –
कोई भी सरकारी एजेंसी वीडियो कॉल पर पूछताछ नहीं करती।
किसी अनजान लिंक या नंबर से आई कॉल पर निजी जानकारी साझा न करें।
डराने या धमकाने वाले कॉल आने पर तुरंत 112 या नजदीकी पुलिस थाने से संपर्क करें।