MP news- अतिथि शिक्षक का बेटा बना डिप्टी कलेक्टर मऊगंज जिले का किया नाम रौशन बधाई देने वालों का लगा तांता।
MP news- अतिथि शिक्षक का बेटा बना डिप्टी कलेक्टर मऊगंज जिले का किया नाम रौशन बधाई देने वालों का लगा तांता।
गांव में एक ही परिवार से तीन लोगों ने एकसाथ किया था MPPSC क्वालीफाई जिससे मिला आउटर मोटिवेशन।
मऊगंज जिले के ग्राम दुबगवां में साधारण परिवार में जन्मे होनहार सुमेश द्विवेदी ने अपनी मेहनत और लगन से 2019 एमपीपीएससी क्वालीफाई करते हुए डिप्टी कलेक्टर पद हासिल किया है सुमेश ने बताया कि स्कूली शिक्षा गांव से प्राप्त किया था इसके बाद मॉडल साइंस कॉलेज रीवा से ग्रेजुएशन किया रीवा में ग्रेजुएशन के दौरान मॉडल साइंस कॉलेज के एक सेमिनार में उत्तर प्रदेश से आए कमिश्नर से प्रभावित हुए और अपना करियर बनाने की ठान ली और फिर एमपीपीएससी की तैयारी शुरू कर दी सुमेश ने यह भी बताया कि उनके गांव में एक ही परिवार से वर्ष 2016 में तीन लोगों का एमपीपीएससी में चयन हुआ था जिससे उन्हें आउटर मोटिवेशन मिला था।
पिता अतिथि शिक्षक माता गृहणी।
ग्राम दुबगवां पोस्ट बराउ थाना शाहपुर जिला मऊगंज मध्य प्रदेश निवासी सुमेश कुमार द्विवेदी कृषक है और शासकीय स्कूल में अतिथि शिक्षक पद पर कार्यरत हैं उनके तीन पुत्र एक बेटी है सुमेश अपने भाई बहनों में सबसे छोटे हैं बड़े भाई एयरफोर्स में नौकरी करते हैं तो वहीं उनके पिता घर में रहकर कृषि कार्य करते हैं और गांव की स्कूल में अतिथि शिक्षक के रूप में नौकरी भी करते हैं सुमेश द्विवेदी ने प्राथमिक शिक्षा गांव से प्राप्त की और फिर गौरी स्कूल से हायर सेकेंडरी की पढ़ाई की स्कूली शिक्षा के दौरान भी वह मेधावी छात्र रहे स्कूल शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने रीवा के मॉडल साइंस कॉलेज से ग्रेजुएशन कंप्लीट किया और 2016 से एमपीपीएससी की तैयारी शुरू कर दिए थे सुमेश की मेहनत और लगन ने उन्हें डिप्टी कलेक्टर पद तक पहुंचा दिया।
MPPSC में दूसरी बार हुए सफल।
साधारण परिवार में जन्मे होनहार सुमेश द्विवेदी ने बताया कि उन्होंने दो तरह से प्रेरणा ली है एक आउटर और दूसरा इनर उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता भाई-बहन से अच्छा सपोर्ट मिला उनका हौसला बढ़ा और उन्होंने तैयारी की तो सफलता प्राप्त हुई इसके साथ ही उन्होंने आउटर मोटिवेशन को लेकर कहा कि उनके गांव में एक ही परिवार से तीन लोग 2016 में पीएससी क्वालीफाई करते हुए डिप्टी कलेक्टर डीएसपी और नायब तहसीलदार पद हासिल किये थे इस सफलता से उन्होंने सीख लेते हुए सोचा कि जब हमारे गांव से एक ही परिवार के तीन लोग सफल हो सकते हैं तो मैं फिर क्यों नहीं और उन्होंने ग्रेजुएशन कंप्लीट करने के बाद एमपीपीएससी की तैयारी शुरू की जिसमें उन्हें 2020 एमपीपीएससी में सफलता मिली तो इनकम टैक्स विभाग में अधिकारी बने और फिर दूसरी सफलता 2019 एमपीपीएससी का रिजल्ट आने के बाद उन्होंने डिप्टी कलेक्टर पद हासिल किया उन्होंने कहा कि इंटरव्यू में उनके अच्छे नंबर नहीं थे लेकिन मुख्य परीक्षा में उन्होंने अच्छे अंक हासिल किया इसलिए उन्हें डिप्टी कलेक्टर पद हासिल हुआ है।
बधाई देने वालों का लगा तांता।
सुमेश द्विवेदी की इस सफलता में उनके माता-पिता भाई-बहन बड़े पिताजी सहित गांव के लोगों की खुशी देखते बन रही है इस समय उनके घर शुभकामनाएं देने के लिए तांता लगा हुआ है रिश्तेदार परिवार सब खुशियां मना रहे हैं और सुमेश की इस सफलता पर पूरे गांव के लोग खुश नजर आ रहे है निश्चित तौर पर जब कोई होनहार बेटा अपनी मेहनत और लगन से सफलता प्राप्त करता है तो घर परिवार रिश्तेदार सभी खुश होते हैं और ऐसा ही देखने को मिल रहा है डिप्टी कलेक्टर पद पर चयनित हुए सुमेश कहते हैं कि लक्ष्य बनाकर अगर पूरे मनोयोग से तैयारी की जाए तो सफलता निश्चित प्राप्त होती है।