Shahdol MP: संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाई गई आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ लघु फिल्म का किया गया प्रदर्शन।
शम्भूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय मे आयोजित किए गए डिवेट, व्याख्यान के कार्यक्रम।
शहडोल । आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ को संविधान हत्या दिवस के रूप में शम्भूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय के सभागार में मनाया गया। इस अवसर पर डिवेट व्याख्यान माला एवं निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। भारत सरकार के संस्कृत मंत्रालय द्वारा निर्मित लघु फिल्म तथा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलगुरु प्रो. राम शंकर ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में सोहागपुर के अनुविभागीय अधिकारी (एस.डी.एम.) श्री अरविंद शाह उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सर्वप्रथम सरस्वती पूजन कुलगुरु एवं मुख्य अतिथि जी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के पूर्व एक रैली का अयोजन किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. राम शंकर ने संविधान की संरचना, उसकी महत्ता तथा वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इसकी रक्षा हेतु युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा भारत का लोकतंत्र बहुत मजबूत है, यह न केवल संस्थानों पर आधारित है, बल्कि नागरिकों की आस्था, भागीदारी और विवेक पर भी निर्भर करता है। हमारे लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत हमारी जनता है, जो जागरूक है, मतदान करती है, सवाल पूछती है, और संविधान की रक्षा करती है। ‘जब तक नागरिक जागरूक हैं, तब तक भारत का लोकतंत्र अटूट रहेगा‘।
कार्यक्रम का संचालन राजनीति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. चेतना सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर राजनीति शास्त्र विभाग की डॉ. पूर्णिमा शर्मा सहित संकाय के अन्य शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की सक्रिय भागीदारी रही।
मुख्य अतिथि श्री अरविंद शाह ने संविधान के मूल तत्वों की रक्षा एवं लोकतांत्रिक मूल्यों की आवश्यकता पर जोर दिया। संवैधानिक प्रावधानों में आपातकाल कारणों और परिणामो से अवगत कराया। भारतीय संविधान निर्माताओ की दूर दृष्टि का उल्लेख करते हुए विद्यार्थियों को लोक तंत्र का सजग प्रहरी बनने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में डीन भाषा विज्ञान विभाग प्रो. विनोद कुमार शर्मा, प्रो.मनीषा तिवारी, प्रो. अनिल गुप्ता, डॉ. जितेन्द्र सेन, डॉ. शुभम यादव, डॉ. सिद्धार्थ मिश्रा, डॉ. ज्योति सिंह, डॉ. नीलेश शर्मा, डॉ. सुषमा नेताम, डॉ. संतोष पुरी डॉ. कात्यायनी शुक्ला, डॉ. गोविन्द पाण्डेय, सुश्री प्रिंसी सिन्हा, श्री आशुतोष तिवारी, सुश्री निशा एवं एनसीसी एनएसएस के कैडेटस एवं समस्त विभागों के छात्र उपस्थित रहे । उक्त कार्यक्रम के समापन पर आभार प्रदर्शन परिसर प्रभारी डॉ. पूर्णिमा शर्मा जी द्वारा किया गया।यह आयोजन छात्रों में संवैधानिक चेतना जागृत करने और लोकतांत्रिक मूल्यों के संरक्षण हेतु प्रेरित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा।