सरई में आयोजित सीएम के कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष को नहीं मिला आमंत्रण,
सोनम सिंह ने कहा-मुख्यमंत्री सबके हैंं, यह मेरे लिए दु:खद
सिंगरौली-प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में 4 जुलाई को जिले के सरई तहसील मुख्यालय में आयोजित नारी शसक्तिकरण एवं जनजातीय गौरव दिवस में एक शशक्त नारी का अपमान होता हुआ दिखाई दें रहा है। इसे लोगो द्वारा जिला प्रशासन की बड़ी चूक या जानबूझकर राजनीतिक शाजिस मानी जा रही है। दरअसल जिले के सरई स्थित शासकीय स्कूल प्रांगण में 4 जुलाई को नारी शसक्तिकरण एवं जनजातीय गौरव दिवस के आमंत्रण -पत्र में जिला पंचायत सिंगरौली की अध्यक्ष सुश्री सोनम सिंह का नाम ही नहीं छापा गया है।
आमत्रंण -पत्र में अपना नाम नहीं होने पर जिला पंचायत अध्यक्ष सोनम सिंह ने सोसल मिडिया में जानकारी देते हुए जिला प्रशासन के इस निर्णय को दु:खद और दुर्भाग्य पूर्ण बताया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री तो सबके है वह राजनीति से ऊपर है। जबकि मै पूरे जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष हूँ। लोकतंत्र में पंचायत की भूमिका महत्वपूर्ण है । नारी शसक्तिकरण एवं जनजातीय गौरव दिवस में एक जनप्रतिनिधि को दरकिनार करना या तो राजनीतिक शाजिस या जिला प्रशासन द्वारा उपेक्षित करना कहा तक न्यायोचित है। जबकि जिला पंचायत अध्यक्ष सोनम सिंह के नारी के साथ साथ जनजातीय समाज से भी आती है।
जिला प्रशासन द्वारा मुद्रित कराये गए मुख्यमंत्री के मुख्य आतिथ्य में आयोजित नारी शसक्तिकरण एवं जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष एवं नगर पालिक निगम सिंगरौली की महापौर श्रीमती रानी अग्रवाल का नाम छपा है। जो कि सरई क्षेत्र नगर निगम की सीमा से 60 किलोमीटर दूर है। हालांकि महापौर श्रीमती अग्रवाल की राजनीतिक पृष्ठ भूमि भाजपा की रही है।