सीधी। यूट्यूबर राजेश प्रताप सिंह चौहान ने चर्चित मामले में वीडियो जारी कर सीधी पुलिस पर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया है। यूट्यूबर राजेश प्रताप सिंह चौहान एवं उसके पिता आदित्य प्रताप सिंह चौहान पिता शिवनायक सिंह चौहान निवासी ग्राम नौढिय़ा, थाना जमोड़ी ने आज 12 जुलाई को अलग-अलग शपथ पत्र के साथ वीडियो जारी कर पुलिस पर लगाए गए सभी आरोपों को भ्रामक एवं निराधार बताया है। यूट्यूबर राजेश प्रताप सिंह चौहान ने अपने शपथ पत्र एवं जारी वीडियो में कहा है कि मेरे साथ पुलिस द्वारा कोई भी घटना कारित नहीं की गई थी।
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मैं 5 जुलाई 2025 को नशे में था और लोगों के बहकावे में आकर मैने 5 जुलाई 2025 को, 12 जून 2025 की घटना बताई और मोबाइल के व्हाट्सएप के माध्यम से भ्रामक खबर फैलाई थी। जबकि मेरे साथ कभी कोई घटना नहीं हुई थी। उसके द्वारा कहा गया है कि मैं अपनी पत्नी और दोनो पुत्रियों के भविष्य को देखते हुए भविष्य में अपना चाल-चलन नेक रखूंगा और मैं समाज और पुलिस को यह विश्वास दिलाता हूं कि इस प्रकार की कभी पुनरावृत्ति नहीं करूंगा, मेरे ऊपर किसी का कोई दबाव नहीं है। मैं अपने स्वस्थ्य मन बुद्धि की दशा में अपने पिता आदित्य प्रताप सिंह के साथ उपस्थित होकर बिना किसी नाजायज दबाव व प्रलोभन के यह शपथ पत्र प्रस्तुत कर रहा हूं। यूट्यूबर राजेश प्रताप सिंह चौहान ने अपने जारी वीडियो में कहा है कि वह इस घटना के सामने आने के बाद काफी डर गया था।
जिसके चलते वह अपने रिश्तेदार के यहां अभी तक था। अब वह सामने आकर मामले की सच्चाई का खुलासा कर रहा है। उधर यूट्यूबर के पिता आदित्य प्रताप सिंह चौहान ने अपने जारी शपथ पत्र एवं वीडियो में कहा है कि मेरे पुत्र राजेश प्रताप सिंह चौहान के साथ पुलिस द्वारा कोई भी घटना कारित नहीं की गई थी। 5 जुलाई 2025 को मेरा पुत्र नशे में था और लोगों के बहकावे में आकर 12 जून की घटना बताई जाकर फेसबुक व मोबाइल के माध्यम से भ्रामक खबर फैलाई गई थी। मेरे पुत्र की पत्नी व दो पुत्रियां हैं। जिसके भविष्य को देखते हुए मेरा पुत्र भविष्य में अपना चाल-चलन नेक रखेगा और समाज और पुलिस को विश्वास दिलाता है कि वह इस प्रकार की कभी पुनरावृत्ति नहीं करेगा। पुलिस का काम लोगों की सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था की स्थिति को चाक-चौबंद बनाना है और पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पुलिस इस पर पूरी तरह से खरी उतरती आई है।
टीआई एवं जेलर ने वीडियो जारी कर बताई थी सच्चाई
यूट्यूबर राजेश प्रताप सिंह चौहान द्वारा फेसबुक में वीडियो जारी कर मारपीट के संबंध में जो गंभीर आरोप लगाए गए थे उसके सामने आने पर सिटी कोतवाली थाना सीधी के टीआई कन्हैया सिंह द्वारा वीडियो जारी कर घटना के संबंध मेें सच्चाई बताई गई थी। टीआई ने कहा था कि आरोपी राजेश प्रताप सिंह चौहान घटना दिनांक को काफी नशे की हालत में था। जिसके चलते उसको कोतवाली थाना लाया गया था। किंतु उसके साथ कोई भी मारपीट एवं अभद्रता पुलिस द्वारा नहीं की गई थी। इसके बाद भी इस मामले को कुछ लोगों द्वारा तूल देने का जिला जेल के जेलर द्वारा भी वीडियो जारी कर जब आरोपी राजेश प्रताप सिंह चौहान को जिला जेल में दाखिल कराया गया था उस दौरान बनाए गए वीडियो को जारी कर यह सच्चाई बताई गई थी कि आरोपी के साथ किसी तरह की मारपीट एवं दुर्व्यवहार नहीं किया गया था। पुलिस के दोनो अधिकारियों का वीडियो सामने आने के बाद लोगों के बीच पुलिस की स्थिति स्पष्ट बनी और यह चर्चा चलने लगी कि पुलिस को बदनाम करने के लिए आरोपी द्वारा फर्जी एवं मनगढ़ंत घटना बताकर फेसबुक में वीडियो पोस्ट किया गया है।